छत्तीसगढ़ के धमतरी में एक युवक ने दिव्य शक्तियों की लालच में अपने ही गुरु की बलि चढ़ा दी। आरोपी युवक ने पहले गुरू का सिर फोड़ दिया और उनका खून पीया। इसके बाद प्राइवेट पार्ट में डंडा डालकर उनको जिंदा जला डाला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला करेली बड़ी चौकी क्षेत्र का है।
श्मशान घाट के पास मिला था शव
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को पैरी सोंढुर नदी के एनीकट किनारे श्मशान घाट के पास एक फरवरी को अधजली लाश मिली थी। पुलिस ने शिनाख्त कराई तो पता चला कि शव गोबरा नयापारा के सोमवारी बाजार निवासी बसंत साहू का था। इसके बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर जांच शुरू की।
चेले के साथ बाइक पर इलाज कराने की बात कहकर निकले थे
इस दौरान बसंत साहू के बेटे देवेंद्र ने बताया कि उसके पिता 31 जनवरी को किसानपारा नयापारा निवासी मान्या चावला के साथ बाइक से इलाज कराने की बात कहकर गए थे। इसके बाद नहीं लौटे। जांच में यह भी पता चला कि बसंत साहू को अंतिम बार मान्या के साथ उसकी बाइक पर लोमश ऋषि आश्रम की तरफ जाते हुए देखा गया था।
आरोपी बोला- रात को तंत्र साधना के लिए गए
शक के आधार पर पुलिस ने आरोपी मान्या चावला उर्फ रौनक सिंह को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने मान्या ने पुलिस को बताया कि बसंत साहू झाड़-फूंक करना जानता था। मान्या उससे तंत्र-मंत्र सीख रहा था। दोंनो 31 जनवरी को रात करीब 12 बजे श्मशान घाट पर तंत्र साधना करने गए थे।
साधु ने बताया था तांत्रिक शक्ति पाने का तरीका
आरोपी मान्या ने पुलिस को बताया कि उसे किसी साधु से पता चला था कि तंत्र साधना करते हुए किसी जीवित व्यक्ति का खून पीया जाए तो शक्तियां प्राप्त हो जाती हैं। इसी के चलते आरोपी ने तंत्र साधना कर रहे बसंत साहू के सिर पर पहले डंडे से वार किया। फिर उसके खून को काले रंग के मिट्टी के बर्तन में भरकर पीया।