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स्कूल न आने की ये कैसी सजा: बेरहम शिक्षक ने आदिवासी छात्र को बेंत से पीटा, शरीर पर पड़े लाल-नीले निशान

बैतूल में निजी स्कूल के एक टीचर ने छात्र को स्कूल से एब्सेंट रहने की कड़ी सजा दी। और उसे बेरहमी से बेंत से इस कदर पीटा की दो दिन बाद भी शरीर पर बने जख्म ठीक नहीं हुए। छात्र मंगलवार को परिजनों के साथ कलेक्टर और एसपी के पास पहुंचा और शिक्षक की शिकायत की। स्कूल शिक्षा विभाग ने शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू कर दी है।

मामला भैंसदेही के संस्कार हायर सेकेंडरी स्कूल का है। भीमपुर विकासखंड के पालंगा गांव का रहने वाला देवचंद स्कूल में 10वीं का छात्र है। देवचंद के पिता दिलीप उइके मंगलवार को बैतूल पहुंचे। उन्होंने बताया कि बेटा भैंसदेही में किराए का रूम लेकर रहता है और संस्कार हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई करता है। 16 जनवरी को वह स्कूल गया। यहां टीचर महेश बिगोड़े ने उसे यह कहते हुए बेंत से पीटा की तू एब्सेंट क्यों था। उन्होंने उसे इतनी बेरहमी से पीटा कि पूरे शरीर पर निशान बन गए। पिटाई के निशान शरीर पर आज भी साफ-साफ देखे जा सकते हैं। उसकी पीठ पर नीले-हरे रंग के निशान बन गए हैं। वह रातभर दर्द से कराहता रहा।

दिलीप ने आरोप लगाया कि स्कूल में शिक्षकों द्वारा छात्रों से जातीय भेदभाव भी किया जा रहा है। बच्चा आदिवासी है, इसलिए शिक्षक आये दिन उसके साथ मारपीट करते हैं। इसके पहले भी बेटे ने पिटाई की शिकायत की थी, लेकिन उसका भविष्य न बिगड़े, इसलिए उन्होंने इस बात को नजरअंदाज कर दिया था। परिजनों ने मामले में आदिवासी प्रताड़ना का मामला दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने पिटाई की शिकायत कलेक्टर से की है।

भैंसदेही BEO को जांच के लिए निर्देश
जिला शिक्षा केंद्र के जिला परियोजना समन्वयक संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि मामला निजी स्कूल का है, इसलिए इसकी जांच के लिए भैंसदेही बीईओ को निर्देश दिए गए हैं। परिजन इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने स्वयं भैंसदेही गए हैं।

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