पुष्पराजगढ़। अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ में शराब भट्ठी से लेकर उनके गुर्गों की कहानी से किसी से छिपी नहीं है. भट्ठी में कभी चाकू की नोक पर ओवर रेटिंग होती है, तो कभी मदिरा प्रेमियों से दादागिरी कर ज्यादा पैसे ऐंठ लिए जाते हैं. पुष्पराजगढ़ को शराब माफिया दारू भट्ठी की मदद से शराबगढ़ में तब्दील करने की वीणा उठा लिया है, लेकिन मजाल है कि पुलिस और आबकारी विभाग इस पर कोई कार्रवाई करने की जहमत उठाए. युवा पीढ़ी को गर्त में धकेलने में जिम्मेदार भी अहम भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन इनको क्या है ? इनकी फैमली, इनका परिवार, इनका बेटा थोड़ी बर्बाद हो रहा है ?
दरअसल, हाल ही में राजेंद्रग्राम शराब दुकान से कुछ तस्कर बड़ी तादाद में शराब लेकर गांवों को नशे में डुबाने निकले थे, जिन्हें आबकारी और खाकी की तो खुली छूट है, लेकिन तस्कर ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गए. ग्रामीणों ने इसका वीडियो भी बनाया है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
मिली जानकारी के मुताबिक ये तस्कर अक्सर भट्ठी से पेटी के पेटी शराब लेकर जाते हैं, जो बड़ी आसानी से शराब दुकान से इनको बड़ी तादाद में शराब उपलब्ध करा दी जाती है, जो गांव-गांव में बेचते हैं औऱ युवा पीढ़ी को तबाही की गर्त में धकेलते हैं. ऐसा एक ही गांव में नहीं है, भेजरी, बेनीबारी, दमेहड़ी, बिलासपुर समेत कई इलाकों में राजेंद्रग्राम दारू भट्ठी से शराब बड़ी तादाद में जाती है.
मिली जानकारी के मुताबिक शराब तस्करों को ग्रामीणों ने लपटी में पकड़ा है. वायरल वीडियो में दिख रहा है कि बड़ी संख्या में लोग हैं, जो पूछ रहे हैं कि क्या नाम है, कहां के रहने वाले हो, कहां ले जा रहे होस कहां के रहने वाले हो, कहां ले रहे हो. इन सवालों का दोनों तस्कर जवाब दे रहे हैं.
तस्कर बता रहा है कि उसका नाम किशन पड़वार है, जिसके पिता का नाम सुंदर लाल पड़वार, जो कि लालपुर का रहने वाला है. इन लोगों को लपटी बटकी के पास पकड़ा गया है, जिनके पास शराब की एक पेटी में पचास बोतलें जब्त की गई है. ये काम पुलिस और आबकारी विभाग को करना था, लेकिन ग्रामीण अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि शराब की अवैध तरीके से धड़ल्ले से बिक्री जारी है, जो रसूखदारों के रहमो करम पर चल रहा है, जिनपर जिम्मेदारों का हाथ है. इस तरह के कई तस्कर हैं, जो गांव-गांव में ले जाकर शराब बेचते हैं. युवा पीढ़ी को तबाह कर रहे हैं. इस शऱाब के चक्कर में जुर्म भी हावी हो रहा है, लेकिन जिम्मेदारों के आंखों पर पट्टियां बंधी हुई है.
गौरतलब है कि इसके पहले शराब दुकान में चाकू की नोक पर ओवर रेटिंग की गई थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इससे ऐसा लगता है कि सब आबकारी विभाग के सांठगांठ से ये चल रहा है. चाकू की नोक पर ओवर रेटिंग का वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, अब ये नया वीडियो है, जो फिर आबकारी और पुलिस विभाग पर सवाल खड़े कर रहा है.
देखिए वीडियो-
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