अनूपपुर। IGNTU अमरकंटक में छात्रों का विवाद अब पुलिस को ही भारी पड़ गई है. पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा. इससे छात्र खुशी से फूले नहीं समाए. तालियों की गड़गड़ाहट थी, लेकिन सवाल ये है कि जब पुलिस के पास अनुमति नहीं थी, तो गेट के अंदर कैसे पुलिस पहुंची, जो आज पुलिस को फजीहत का सामना करना पड़ा. इस तरह के कई सवालात सबके जहन में करवटें ले रही हैं.
खैर बात अब जांच पर आ गई है. SDOP सोनाली गुप्ता की एंट्री हो गई है. वे वायरल वीडियो और विवाद की जांच करने की बात कह रही हैं. वैसे इसे पुलिस के कार्य में बाधा डालने और दबंगई के लिहाज से भी देखा जा रहा है कि जांच करने गई अमरकंटक पुलिस को क्यों बैरंग लौटना पड़ा.
कहानी दो छात्रों की है और बात थाने की दहलीज की. वैसे इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक हमेशा से सुर्खियों में रहा है. आए दिन यहां कोई न कोई कांड होते रहता है. चाहे वो प्रोफेसरों का हो या फिर छात्रों का विवाद. अक्सर जिले में IGNTU कांड की गूंज रहती है.
क्यों मौन पड़ा IGNTU प्रबंधन ?
बड़ा सवाल ये है कि IGNTU प्रबंधन के अगर इतने ही सख्त नियम और कायदे हैं तो पुलिस को गेट के अंदर क्यों जाने दी ? बिना इजाजत जांच करने के लिए छात्रावास तक क्यों पहुंचने दिया गया ? गेट पर ही पुलिस को क्यों नहीं रोका गया ? इन सबके बीच IGNTU प्रबंधन ने चुप्पी क्यों साधी है ?
किसने दी जान से मारने की धमकी ?
बताया जा रहा है कि सोना बाबू तिवारी ने उज्ज्वल मिश्रा के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी की शिकायत दर्ज कराई थी, जो आईजीएनटीयू के गुरु गोविंद ब्वॉयज हॉस्टल में रहता है.
क्या बोले SI बीएल गौलिया ?
इस मामले में एसआई बीएल गौलिया ने बताया कि आईजीएनटीयू के गुरु गोविंद ब्वॉयज हॉस्टल में रहने वाले सोना बाबू तिवारी ने उज्ज्वल मिश्रा के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी की शिकायत दर्ज कराई थी. घटना का नक्शा और पूछताछ के लिए हॉस्टल गए थे. तभी कुछ छात्रों ने मुझसे बहस की और कहा कि आप बिना अनुमति के कैसे आ गए.
छात्रों ने माफी मांगने के बाद छोड़ा- SI
वाद विवाद को देखते हुए छात्रों को विश्वविद्यालय के गार्ड रूम के पास बुलाया। जहां छात्र गेट बंदकर वाद-विवाद करने लगे और माफी मांगने के बाद ही छोड़ने की बात कही, जिसके बाद छात्रों का आक्रोश देखते हुए मैंने वहां लिखित में दोबारा बिना परमिशन के आने की बात कही, जिसके बाद गेट खोला गया.
क्या बोलीं SDOP सोनाली गुप्ता ?
मामले में मीडिया से बातचीत करते हुए SDOP सोनाली गुप्ता ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है. वायरल वीडियो और मामले की छानबीन की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, IGNTU अमरकंटक के गोविंद गुरु बालक छात्रावास में 27 नवंबर की शाम अमरकंटक थाने में केस दर्ज हुआ. मामले को लेकर पुलिस विवेचना के लिए विश्वविद्यालय के छात्रावास जा पहुंची. जहां घटनास्थल में नक्शा बनाने और आरोपी से पूछताछ करने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय के छात्रावास में आई. पुलिस को देखकर छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने पुलिस को घेर लिया.
विश्वविद्यालय प्रबंधन के बिना अनुमति के आई पुलिस से वाद-विवाद होने लगा. हालात यहां तक पहुंच गए कि छात्रों के दबाव में पुलिस दल के साथ आए हुए सब इंस्पेक्टर ने इसे अपनी भूल मानते हुए वहां उपस्थित छात्रों से लिखित में माफी मांगी. इस बात का आश्वासन भी दिया कि भविष्य में विश्वविद्यालय प्रबंधन से पूछकर अनुमति में से ही आएंगे.
विश्वविद्यालय में वायरल वीडियो के अनुसार पहले तो छात्रों ने पुलिस को रोका, फिर लिखित माफी मंगवाई, फिर बिना मामले की विवेचना किए बैरंग वापस लौटा दिया. छात्रों का दबाव इतना अधिक था कि अमरकंटक पुलिस बिना उक्त मामले की जांच किए ही लौट गई.
अब यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिस वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि अमरकंटक थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर गुलाटिया द्वारा लिखित भूल मानते हुए उसे पढ़कर छात्रों को सुना रहे हैं. छात्र अपनी जीत पर ताली बजाते हुए मजबूर पुलिस को छोड़ते हुए खुशी मनाते दिख रहे हैं.
मामले के बारे में प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरु गोविंद बालक छात्रावास रहने वाले 1 छात्र जिसका नाम सोना बाबू तिवारी बताया जा रहा है. उसका विवाद विगत 2 सप्ताह पहले उज्जवल मिश्रा नाम के लड़के के साथ हुआ, जिसकी शिकायत सोना बाबू तिवारी ने अमरकंटक थाने में की थी. इस पर अमरकंटक पुलिस ने आईपीसी की धारा 294, 323, 506 बी के तहत दर्ज की थी.
देखिए ये वीडियो