शाम को आखिरी बार देखा गया, अगले दिन शव मिला
चाचा विनोद ने बताया कि उसने भतीजे को 15 दिसंबर की शाम 6 बजे आखिरी बार देखा था। अगले दिन सुबह विकास के दोस्त ने बताया कि उसके घर का मेन गेट बंद है और काफी आवाज देने पर भी नहीं खोल रहा है। तब वे गांव के कोटवार के साथ विकास के घर गए और दरवाजा किसी तरह खोला। अंदर सीढ़ियों पर लहूलुहान हालत में विकास पड़ा था। विकास के पिता शहडोल में SECL कर्मचारी हैं और पत्नी सहित वहीं रहते हैं।
एक माह से लापता बुजुर्ग का तीन दिन पुराना शव मिला
वहीं दूसरी घटना तनोद गांव की है। यहां रहने वाला बुजुर्ग साथी राम साहू (62) का शव उसी गांव के बाहर एक कुएं में मिला है। बुजुर्ग करीब एक माह से लापता था। पुलिस ने शव को कुएं से बाहर निकलवाया तो पता चला कि वह करीब तीन से चार दिन पुराना है। शव को रस्सी से बांधा गया था। गले में गमछा लपेटा था और शव पत्थर से बंधा था। ऐसे में पुलिस इसे हत्या ही मान रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।