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Chhattisgarh: गांव में शराब पकड़ने के बहाने महिलाओं से मारपीट, आबकारी कर्मचारियों पर वसूली का आरोप

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कोरबा जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर गोढ़ी गांव में रहने वाली महिलाओं ने आबकारी विभाग के कर्मचारियों पर अवैध महुआ शराब की सूचना के नाम पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। कर्मचारियों को मौके से शराब नहीं मिली। महिलाओं ने आरोप लगाया है कि शराब की सूचना के नाम पर कर्मचारियों ने उनसे मारपीट की। महिलाओं ने कोरबा पहुंचकर प्रशासन से आबकारी टीम के द्वारा वसूली करने की शिकायत भी की।

गोढ़ी गांव में इस घटनाक्रम से आदिवासी समुदाय में काफी नाराजगी है। पीड़ित महिलाएं ट्रैक्टर की सवारी कर कोरबा पहुचीं। मारपीट की शिकार 17 वर्षीय किशोरी ने बताया कि वह घर पर अकेली थी, तब आबकारी कर्मचारियों ने मारपीट की।  किशोरी के साथ मारपीट होते देख गांव की महिला राजीन बाई बचाने पहुंची, तो उसे भी कर्मचारियों ने पीटा। राजीन बाई ने बताया कि एक चार पहिया वाहन में 5 लोग सवार थे, जिसमें तीन पुलिसकर्मी और दो सिविल ड्रेस में थे। सभी ने गुंडागर्दी दिखाते हुए मारपीट की। जब गांव वालों ने इसका विरोध  किया, तो सभी मौका देख भाग गए। 

इसके बाद सभी ग्रामीण एकत्रित हुए और उन्होंने पुलिस और प्रशासन से शिकायत करने का निर्णय लिया। महिलाएं ट्रैक्टर में सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां छुट्टी का दिन होने के कारण रामपुर चौकी पुलिस में इसकी शिकायत की।महिलाओं ने पूरे मामले की जानकारी प्रशासन को दी। गांव वालों ने अवैध शराब के नाम पर नियमित वसूली करने पर रोक लगाने की मांग की। मामले में सहायक आयुक्त आबकारी अधिकारी जी एस पैकरा ने बताया कि ग्रामीणों ने फोन कर घटना क्रम की जानकारी दी है, लिखित शिकायत अब तक नही आई है। शिकायत आने पर कार्यवाही की जाएगी।

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कोरबा जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर गोढ़ी गांव में रहने वाली महिलाओं ने आबकारी विभाग के कर्मचारियों पर अवैध महुआ शराब की सूचना के नाम पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। कर्मचारियों को मौके से शराब नहीं मिली। महिलाओं ने आरोप लगाया है कि शराब की सूचना के नाम पर कर्मचारियों ने उनसे मारपीट की। महिलाओं ने कोरबा पहुंचकर प्रशासन से आबकारी टीम के द्वारा वसूली करने की शिकायत भी की।

गोढ़ी गांव में इस घटनाक्रम से आदिवासी समुदाय में काफी नाराजगी है। पीड़ित महिलाएं ट्रैक्टर की सवारी कर कोरबा पहुचीं। मारपीट की शिकार 17 वर्षीय किशोरी ने बताया कि वह घर पर अकेली थी, तब आबकारी कर्मचारियों ने मारपीट की।  किशोरी के साथ मारपीट होते देख गांव की महिला राजीन बाई बचाने पहुंची, तो उसे भी कर्मचारियों ने पीटा। राजीन बाई ने बताया कि एक चार पहिया वाहन में 5 लोग सवार थे, जिसमें तीन पुलिसकर्मी और दो सिविल ड्रेस में थे। सभी ने गुंडागर्दी दिखाते हुए मारपीट की। जब गांव वालों ने इसका विरोध  किया, तो सभी मौका देख भाग गए। 

इसके बाद सभी ग्रामीण एकत्रित हुए और उन्होंने पुलिस और प्रशासन से शिकायत करने का निर्णय लिया। महिलाएं ट्रैक्टर में सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां छुट्टी का दिन होने के कारण रामपुर चौकी पुलिस में इसकी शिकायत की।महिलाओं ने पूरे मामले की जानकारी प्रशासन को दी। गांव वालों ने अवैध शराब के नाम पर नियमित वसूली करने पर रोक लगाने की मांग की। मामले में सहायक आयुक्त आबकारी अधिकारी जी एस पैकरा ने बताया कि ग्रामीणों ने फोन कर घटना क्रम की जानकारी दी है, लिखित शिकायत अब तक नही आई है। शिकायत आने पर कार्यवाही की जाएगी।

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