सफाईकर्मियों को सलाम: कीर्तिमान रचने के बाद चंद घंटों में साफ हुए उज्जैन के घाट, लाखों दियों से बनेगी कलाकृति

महाकाल की नगरी में एक रात पहले विश्व कीर्तिमान रचा गया। इसके बाद घाटों पर लाखों दिये हटाने का काम बड़ा चुनौतीपूर्ण था। घाटों पर तैल भी था। उज्जैन नगर निगम में रात में ही जुटकर पूरे घाट साफ कर दिए। चंद घंटों में हुआ सफाई की हर जगह प्रशंसा हो रही है।
महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव अंतर्गत क्षिप्रा के पावन तट पर 18 लाख 82 हजार 229 दीप प्रज्जवलित कर एक नया विश्व कीर्तिमान रचा गया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उज्जैन शहर का नाम दर्ज कराया गया। यह शहर का गौरवपूर्ण आयोजन रहा, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति ने बढ़-चढ़ कर सहभागिता की, लेकिन नगर निगम का संपूर्ण अमले ने इस गौरवपूर्ण महोत्सव की तैयारियों से लेकर इसके समापन तक पूरे समय तक जुटा रहा।
महाकाल के भजनों के साथ हटाए लाखों दिये
महोत्सव की सबसे महत्वपूर्ण तैयारियों का एक हिस्सा था दीपकों को हटाना, बचे हुए तेल को हटाना, जिसे नगर निगम के कर्मचारियों ने बाबा महाकाल के भजनों को गाते हुए पूर्ण भक्ति भाव के साथ पूर्ण किया। घाटों को साफ एवं स्वच्छ रखने में सफाई मित्रों की महत्वपूर्ण भुमिका रही। कार्यक्रम के पश्चात उपायुक्त स्वास्थ्य संजेश गुप्ता द्वारा रात्रि में ही घाटों का सफाई कार्य तत्परता से प्रारंभ कर पूर्ण करवाया गया। दीप प्रज्जवलन के दौरान तेल-रुई और दीपक का थ्री आर के माध्यम से निपटारा किया जाएगा। बचे हुए तेल को गौशाला में, रुई को नगर निगम की कपड़ा बनाने वाली यूनिट में और दीपक से कलाकृति बनाई जाएगी।