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टीएस सिंहदेव बन सकते हैं छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष: भूपेश को बनाया जा सकता है राष्ट्रीय महासचिव, संगठन में जल्द होगा बड़ा बदलाव

TS Singhdev Chhattisgarh Congress President and Bhupesh Baghel National General Secretary: कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि संगठन में ओबीसी चेहरों को शामिल किया जाएगा। ऐसे में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एआईसीसी का महासचिव बनाया जा सकता है। वहीं, टीएस सिंहदेव को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है। भूपेश बघेल गुरुवार सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस संगठन में व्यापक फेरबदल की तैयारी चल रही है। बीवी श्रीनिवास, कृष्णा अल्लावरु समेत कई नेताओं को अहम पद मिलने की भी चर्चा है। दिल्ली में आलाकमान से मिलेंगे बघेल बघेल प्रदेश में पार्टी का मजबूत ओबीसी चेहरा हैं। दिल्ली में बघेल अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे।

इसमें तय हो सकता है कि बघेल को नई और अहम जिम्मेदारी मिलने जा रही है। समीकरण जो बन रहे बदलाव की वजह मौजूदा समय में कई समीकरण बदलाव की वजह बन रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व राज्य में बड़े नेताओं के बीच खींचतान को खत्म करने और एकता बहाल करने के उद्देश्य से यह बड़ा कदम उठाने जा रहा है।

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इसी वजह से भूपेश बघेल को बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा 

  • ओबीसी नेता के रूप में राष्ट्रीय पहचान: बघेल ओबीसी वर्ग से आते हैं, जो देशभर में एक बड़ा वोट बैंक है। कांग्रेस उन्हें राष्ट्रीय मंच पर लाकर इस समुदाय को साधना चाहती है।
  • छत्तीसगढ़ मॉडल की सफलता: सीएम रहते उन्होंने जिस तरह से किसान और ग्रामीण विकास योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया, उसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जा सकता है।
  • राजनीतिक आक्रामकता: बघेल की जमीनी पकड़ और भाजपा के खिलाफ आक्रामक राजनीति करने की क्षमता कांग्रेस को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत कर सकती है।
  • उत्तर भारतीय राज्यों में प्रभाव: छत्तीसगढ़ से आने के कारण वे हिंदी भाषी राज्यों, खासकर यूपी, एमपी और बिहार में कांग्रेस के लिए प्रभावी रणनीतिकार साबित हो सकते हैं।
  • प्रियंका गांधी के करीबी: बघेल को प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है, जो संगठन में उनकी बड़ी भूमिका तय करने में मददगार हो सकती है।
  • आगामी चुनाव की रणनीति: कांग्रेस बघेल को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी देकर उन्हें कई राज्यों में पार्टी पर फिर से भरोसा जताने बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है।
  • छत्तीसगढ़ में संतुलन: यदि बघेल को राष्ट्रीय स्तर पर लाया जाता है, तो प्रदेश में नए नेतृत्व को उभारने का मौका मिलेगा, जिससे आंतरिक संतुलन बना रहेगा। टीएस सिंहदेव को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है।

प्रदेश अध्यक्ष को लेकर टीएस सिंहदेव के नाम पर चर्चा

राजनीतिक गलियारों में यह भी खबर है कि भूपेश बघेल को एआईसीसी में महासचिव की जिम्मेदारी दिए जाने के बाद टीएस सिंहदेव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हालांकि, इस बारे में अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है।

दरअसल, विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा में कांग्रेस का प्रदर्शन छत्तीसगढ़ में अच्छा नहीं रहा था। अब राज्यों में संगठन को मजबूत करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष समेत कार्यकारिणी में बदलाव किए जाने के संकेत मिल रहे हैं।

टीएस सिंहदेव के छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष बनने से राजनीतिक समीकरण

  • संतुलन की राजनीति: भूपेश बघेल के राष्ट्रीय महासचिव बनने की स्थिति में गुटीय संतुलन बनाए रखने के लिए सिंहदेव को पीसीसी अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
  • राजघराने की स्वीकृति और सॉफ्ट हिंदुत्व छवि: सरगुजा राजघराने से आने वाले सिंहदेव की संयमित और स्वच्छ छवि परंपरागत मतदाताओं को आकर्षित कर सकती है।
  • आदिवासी और सवर्ण समीकरण: कांग्रेस आदिवासी और सवर्ण समुदाय को साधने के लिए सिंहदेव को आगे लाकर सामाजिक संतुलन बनाना चाहती है। बीजेपी के भी प्रदेश अध्यक्ष जमींदार परिवार और सवर्ण वर्ग से आते हैं।
  • अनुभव और स्वीकार्यता: लंबे संगठनात्मक अनुभव और पार्टी के भीतर अच्छी पकड़ के कारण वे कांग्रेस को आंतरिक रूप से मजबूत कर सकते हैं।
  • राहुल गांधी के करीबी: गांधी परिवार, खासकर राहुल गांधी से नजदीकी उन्हें संगठन में मजबूत स्थिति में ला सकती है।
  • आगामी चुनावी रणनीति: आगामी चुनाव की रणनीति को देखते हुए कांग्रेस गुटबाजी कम कर एकजुटता के लिए सिंहदेव पर भरोसा जता सकती है।
  • भूपेश बघेल की राष्ट्रीय भूमिका: बघेल के केंद्रीय राजनीति में जाने के बाद प्रदेश में नए नेतृत्व की जरूरत होगी, जिसे सिंहदेव पूरा कर सकते हैं।

महंत ने कहा था- अगला चुनाव टीएस सिंहदेव के नेतृत्व में होगा

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने अंबिकापुर में नगरीय निकाय चुनाव के प्रचार के दौरान कहा था कि अगला विधानसभा चुनाव टीएस सिंहदेव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा था कि पिछले चुनाव में कांग्रेस एकजुट नहीं थी और इसी कारण चुनाव हार गई थी, लेकिन अब सब एकजुट हैं और अगले चुनाव में कांग्रेस सरकार बनाएगी। उस समय वहां पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव भी मौजूद थे।

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