MP News: जलकुंभी से पटी रामसर साइट सांख्य झील, बाघ छोड़ने आए CM शिवराज और सिंधिया ने भी दुर्दशा को किया अनदेखा

मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पिछले दिनों तीन टाइगर माधव राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए हैं। इन टाइगर को छोड़े जाने के बाद मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने इस इलाके में पर्यटन से रोजगार बढ़ने की बात कही है, लेकिन शिवपुरी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक माधव राष्ट्रीय उद्यान के अंदर स्थित रामसर साइट सांख्य सागर झील में चारों ओर जलकुंभी फैली है। इस जलकुंभी के कारणसांख्य सागर झील की हालत खराब है। जलकुंभी ने पूरी झील के पानी को घेर लिया है, जिससे नौकायान भी बंद हो गया है। इसके अलावा इस झील के पास स्थित प्रमुख पर्यटन स्थल भदैयाकुंड पर भी गंदगी व्याप्त है। भदैयाकुंड पर भी नियमित साफ-सफाई ना होने से इस प्राकृतिक झरने को देखने के लिए आने वाले लोगों में निराशा है और बाहर से आने वाले पर्यटकों में नाराजगी है। यहां आने वाले पर्यटकों में स्थानीय प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नाराजगी है। पर्यटकों का कहना है कि इतने अच्छे प्राकृतिक झरनों और पर्यटन स्थलों की देखरेख होनी चाहिए, लेकिन शिवपुरी का प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। एक और टाइगर लाए जा रहे हैं दूसरी ओर जो पुराने प्राकृतिक स्थल हैं उनकी सुंदरता पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
एंट्री फीस ली जा रही है और सुविधाएं कुछ नहीं
कुछ महीने पहले ही इस झील को रामसर साइट का दर्जा दिया गया है। जैव विविधता के संरक्षण व पर्यावरण संरक्षण को लेकर इस साइट को यह दर्जा दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी नेशनल पार्क प्रबंधन इसकी बेरूखी कर रहा है। सांख्य सागर झील से लगे हुए भदैया कुंड पर यहां आने वाले पर्यटकों से पूरी फीस ली जा रही है। यहां पर 10 रुपये एंट्री फीस ली जा रही है, लेकिन सुविधा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं है। ग्वालियर से आए पर्यटक गोवर्धन जैन और स्नेहा जैन ने बताया कि उनसे 10 रुपये की एंट्री फीस ले ली गई, लेकिन यहां पर गंदगी का आलम है। भदैयाकुंड पर चारों ओर गंदगी है, बैठने तक की व्यवस्था नहीं है। पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। पर्यटन स्थल पर इस तरह की व्यवस्था देख कर मन बहुत मायूस हुआ। उन्होंने बताया कि कुछ सालों पहले तक यह प्राकृतिक झरना बहुत सुंदर था। उन्होंने शिवपुरी के जिला प्रशासन से इस पर्यटन स्थल व्यवस्था सुधारने की मांग की।
झील में नौकायान भी हो गया बंद
सांख्य सागर झील में नौकायन भी बंद हो गया है। यहां पर मप्र पर्यटन विकास निगम के द्वारा राजकुमारी वोट चलाई जाती थी। इसके अलावा एक सिंगल नौका भी चलाई जाती थी, लेकिन दोनों ही बंद हो गई हैं क्योंकि जलकुंभी चारों तरफ जम गई है, जिससे नावों का संचालन बंद हो गया है। यहां नौकायन के लिए आने वाले पर्यटकों को मायूस होना पड़ रहा है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के दावों की खुली पोल
बीते 10 मार्च को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा माधव नेशनल पार्क में टाइगर छोड़े गए। इसके बाद यहां पर दावा किया गया कि अब पर्यटन बढ़ेगा इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन लोगों को मिलेंगे, लेकिन शिवपुरी की सांख्य सागर झील और भदैया कुंड पर जो हालात निर्मित हैंस उसको देखते हुए नहीं लगता कि यहां पर पर्यटक आएंगे, क्योंकि चारों ओर गंदगी का आलम है। पर्यटकों को कोई सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, जिसके कारण लोगों में नाराजगी है।