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छत्तीसगढ़ में बाघ की एंट्री से दहशत: खौफ से दिवाली न पड़ जाए फीकी, जानिए किस जिले में घूम रहा खूंखार ?

Terror due to tiger’s entry in Chhattisgarh: बाघ के आतंक से कोरिया के बैकुंठपुर में दहशत का माहौल है। दिवाली पर्व के मौके पर भी बैकुंठपुर वनमंडल में बाघ का खौफ देखने को मिल रहा है। पिछले एक सप्ताह से यहां लोग बाघ के खौफ के साये में जी रहे हैं।

Terror due to tiger’s entry in Chhattisgarh: पांडवपारा एसईसीएल क्षेत्र से लगे ग्रामीण इलाकों समेत कई जगहों पर लोगों को बाघ का आतंक देखने को मिल रहा है। ग्रामीण काफी डरे हुए हैं।

Terror due to tiger’s entry in Chhattisgarh: शाम होते ही लोग सन्नाटे के साये में कैद हो जाते हैं। शाम पांच बजे के बाद लोग घर से बाहर निकलने से डरने लगे हैं। ऐसे में लोग दिवाली मनाने से भी डर रहे हैं।

ग्रामीणों में बाघ का आतंक

ग्रामीणों में बाघ का आतंक देखा जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि अगर दिन में किसी काम से घर से बाहर निकलते हैं तो जल्दी घर लौटने की चिंता लगी रहती है। बैकुंठपुर के इलाके में बाघ का मूवमेंट हो रहा है।

Terror due to tiger’s entry in Chhattisgarh: जिससे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाघ को जंगल में देखा गया है और ग्रामीणों को जंगल में न जाने की सलाह दी जा रही है।

Terror due to tiger’s entry in Chhattisgarh: बाघ की लोकेशन पता चलते ही आसपास के गांवों में अनाउंसमेंट कर दिया जाता है। ताकि लोग सतर्क रहें और खुद को सुरक्षित रख सकें।

Terror due to tiger’s entry in Chhattisgarh: वन विभाग बाघ की हरकतों के बारे में ग्रामीणों को सचेत करने की कोशिश कर रहा हैः अखिलेश मिश्रा, एसडीओ, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान

Terror due to tiger’s entry in Chhattisgarh: बैकुंठपुर में बाघ का खौफ इस कदर व्याप्त है कि लोग दिवाली मनाने से भी डर रहे हैं। ऐसे में देखना यह है कि वन विभाग बाघ को पकड़ने में किस तरह सफल होता है।

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