रायपुर। छत्तीसगढ़ बीजेपी में दूसरी लिस्ट को लेकर चल रही तनातनी के बीच प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को अचानक दिल्ली बुलाया गया. खबर है कि साव के साथ छत्तीसगढ़ संगठन के कुछ अन्य नेताओं को भी दिल्ली बुलाया गया है. केंद्रीय नेतृत्व अचानक चुनाव को लेकर बैठक करने जा रहा है.
अरुण साव के अचानक दिल्ली चले जाने को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं. खबर यह भी सामने आ रही है कि हाल ही में टिकट बंटवारे को लेकर हुए बवाल से संगठन में नाराजगी है. इस मामले पर चर्चा के लिए प्रदेश अध्यक्ष साव को दिल्ली बुलाया गया है.
केंद्रीय चुनाव समिति के राष्ट्रीय नेताओं के साथ ही छत्तीसगढ़ चुनाव का संचालन संभाल रहे ओम माथुर और मनसुख मंडाविया भी गुरुवार को साव के साथ बैठक में शामिल हो सकते हैं.
समाज और कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर की है
सोशल मीडिया पर उम्मीदवारों के संभावित नाम वायरल होने के बाद कई तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. गुजराती और सिंधी समुदाय के लोगों ने ओम माथुर को पत्र लिखकर अपने समुदाय के लोगों को टिकट देने की मांग की है. धरसींवा से अनुज शर्मा और साजा से ईश्वर साहू जैसे लोगों के नाम सामने आने के बाद स्थानीय नेताओं ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है.
विरोध में अनुज शर्मा का पुतला भी फूंका गया। इसके बाद विरोध कर रहे लोग प्रदेश स्तरीय नेताओं से मिलने पहुंचे और उनका घेराव किया. यह स्थिति भी संगठन में पसंद नहीं की जा रही है.
आखिरी बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी शामिल थे
केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक 1 अक्टूबर को नई दिल्ली में हुई थी. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल थे। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, डॉ. रमन सिंह और नारायण चंदेल जैसे नेता शामिल हुए.
केंद्रीय नेतृत्व के सामने प्रेजेंटेशन हो चुका है
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जब नाम तय हो रहे थे तो केंद्रीय नेताओं को उम्मीदवारों की तस्वीरें दिखाई गईं, उनका पूरा बायोडाटा दिखाया गया और उनकी छवि के बारे में जानकारी दी गई. यह भी बताया गया कि उनका समाज में कितना प्रभाव है. वह विजयी उम्मीदवार क्यों साबित हो सकते हैं, इसके हर पहलू को राष्ट्रीय नेताओं को समझाया गया।
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