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छत्तीसगढ़ में कौन सुनेगा शिक्षकों की गुहार ? भगत-राजगुरु-सुखदेव बनकर सड़कों पर उतरे टीचर, जंजीरों में जकड़े दिखे B.Ed शिक्षक

Teachers movement on streets as Bhagat-Rajguru-Sukhdev: हाथों में जंजीर, कैदियों के कपड़े, सामने तिरंगा थामे भारत माता की प्रतिमा चलती नजर आईं। रविवार को रायपुर की सड़कों पर यह नजारा देखने को मिला। बीएड शिक्षकों ने इस बार रैली निकालकर प्रदर्शन किया। वे भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की वेशभूषा में नारे लगाते नजर आए।

Teachers movement on streets as Bhagat-Rajguru-Sukhdev: रायपुर बस स्टैंड से टिकरापारा शहीद भगत सिंह की प्रतिमा तक पैदल मार्च निकाला गया। इसके बाद शहीदी दिवस पर भगत सिंह को नमन किया गया।

Teachers movement on streets as Bhagat-Rajguru-Sukhdev: इस रैली में एक हजार से ज्यादा शिक्षक शामिल हुए। ये सभी शिक्षक इसलिए सड़क पर उतरे हैं ताकि समायोजन की मांग पूरी हो और सरकार उन्हें नौकरी पर रखे।

जानिए क्या है पूरा मामला

Teachers movement on streets as Bhagat-Rajguru-Sukhdev: प्रदेश के हजारों बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षक लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वे क्रमिक भूख हड़ताल, सामूहिक उपवास, मशाल जुलूस और ज्ञापन सौंपने जैसे कई प्रदर्शन कर चुके हैं। भर्ती के बाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद इन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया था।

Teachers movement on streets as Bhagat-Rajguru-Sukhdev: शिक्षकों की मांग है कि सरकार ने बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों की भर्ती की थी। प्राथमिक शिक्षक के पद पर 1500 से अधिक पदों पर कार्यरत बीएड सहायक शिक्षकों को अब अयोग्य घोषित करना गलत है।

Teachers movement on streets as Bhagat-Rajguru-Sukhdev: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य सरकार को इन शिक्षकों को अन्य पदों पर समायोजित करने का अधिकार है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

जल्द निर्णय नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन होगा

आंदोलन से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और संबंधित अधिकारियों से कई बार बात की गई है। अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है, समाधान नहीं। शिक्षकों का कहना है कि अगर सरकार जल्द ही कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है तो उनका आंदोलन और उग्र होगा।

सीएम को खून से लिख चुके हैं पत्र

Teachers movement on streets as Bhagat-Rajguru-Sukhdev: बीएड सहायक शिक्षकों ने 20 मार्च को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को खून से पत्र भी लिखा था। उन्होंने सरकार से समायोजन की मांग की है। शिक्षकों का कहना है कि वे लंबे समय से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे, लेकिन जब कोई समाधान नहीं निकला तो उन्होंने यह कदम उठाया।

Teachers movement on streets as Bhagat-Rajguru-Sukhdev: 8 मार्च के सहायक शिक्षकों के आंदोलन का दूसरा चरण चल रहा है। 2,897 बर्खास्त बीएड शिक्षक आंदोलन में शामिल हैं।

Teachers movement on streets as Bhagat-Rajguru-Sukhdev: रायपुर के टूटा धरना स्थल पर प्रशिक्षित सहायक शिक्षक हड़ताल पर हैं। आचार संहिता लगने से पहले ही करीब डेढ़ महीने तक अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन किए गए।

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