
Tantrik told bank employee- I will make you a millionaire: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में खुद को तांत्रिक बताने वाले जालसाज ने सूरजपुर के एक बैंक कर्मचारी को करोड़पति बनाने का झांसा देकर उससे 14 लाख रुपए ठग लिए। उसने बैंक कर्मचारी से कहा कि, वह उसकी जमीन से हंडा (गड़ा धन) निकाल सकता है और तंत्र-मंत्र से वो “सोने का हंडा” बन जाएगा। लेकिन जब हंडा निकाला गया, तो उसमें से सिर्फ मिट्टी निकली।
ये घटना साल 2022 की है। पीड़ित की शिकायत के बाद से आरोपी अब तक फरार था। 2 साल की तलाश के बाद सूरजपुर पुलिस ने इस ठग को कोरबा जिले के नकटीखार से गिरफ्तार कर लिया।
जानिए क्या है पूरी वारदात
सूरजपुर जिले के रमकोला के ग्राम खोंड़ निवासी अभिषेक प्रताप सिंह पेशे से एक बैंक कर्मचारी हैं। जून 2022 में उनकी मुलाकात बैंक में ही विमल सिंह ठाकुर नाम के एक व्यक्ति से हुई। विमल ने उन्हें बताया कि कोरबा जिले के नकटीखार का रहने वाला एक ‘तांत्रिक’ नरेश पटेल विशेष तंत्र विद्या जानता है। वो जमीन से गड़ा हुआ धन (हंडा) निकालकर उसे सोने में बदल सकता है।
अभिषेक जल्द अमीर बनने की लालच में विमल के इस जाल में फंस गया और तंत्र-मंत्र कराने के लिए तैयार हो गया। इसके बाद विमल, नरेश और अपने एक और साथी मनोज कुमार के साथ सूरजपुर पहुंचा। यहां नरेश ने अभिषेक के घर में तंत्र-मंत्र की बात कही।
सोने का हंडा का लालच देकर 14 लाख वसूले
नरेश ने अभिषेक के घर में तंत्र-मंत्र किया और जमीन से एक हंडा (मिट्टी का घड़ा) निकाला। फिर उसने कहा, जमीन से निकले इस हंडा को एक कमरे में बंद कर देगा। इस दौरान एक विशेष पूजा होगी, जिसके जरिए यह हंडा सोना में बदल जाएगा।
उस जालसाज ने इस तांत्रिक क्रियाओं के नाम पर अभिषेक से कुल 14 लाख रुपए वसूल लिए गए। अभिषेक को हफ्तों इंतजार कराया, कहा कि प्रक्रिया के बीच हंडा नहीं खोला जा सकता।
जब आखिरकार हंडा खोला गया, तो उसमें सिर्फ मिट्टी निकली। तब अभिषेक को समझ आया कि उसके साथ एक बड़ा धोखा हुआ है।
ठगी होने पर पुलिस में की शिकायत
ठगी का एहसास होते ही अभिषेक ने रमकोला थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी नरेश पटेल फरार हो गया था।
सूरजपुर पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी थानों को पुराने मामलों में फरार आरोपियों की तलाश तेज करने के निर्देश दिए थे।
थाना प्रभारी विमलेश दुबे के नेतृत्व में एक टीम कोरबा भेजी गई। 20 अप्रैल 2025 को पुलिस ने नकटीखार से नरेश पटेल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने बताया कि उसने ठगी की रकम को नकटीखार में मकान बनाने में खर्च कर दिया।
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