MP में हीरा वाले गांव की कहानी: खुलेआम हीरे बेचने लगा था पूरा गांव, रातों-रात खुल गई थी लोगों की किस्मत
story of priceless diamonds in Panna: बेशकीमती हीरों के लिए पन्ना में संग्रहालय पन्ना में गोदामों और निशुल्क गोदामों का इतिहास दिलचस्प है। पन्ना के तीसरे राजा सभा सिंह जू देव के आदेश से पन्ना में धर्म कुंड में पहला मंदिर स्थापित किया गया था, जहां आज धर्मसागर तालाब स्थित है।
story of priceless diamonds in Panna: इतिहासकार सूर्यभान सिंह परमार कहते हैं, “धर्म कुंड तालाब के बीच में मौजूद मंदिर में स्थित था, जहां ईंट की खदानें खोदी गई थीं।” वहां पहला हीरा मिला था, जिसके बाद वहां मंदिर की स्थापना की गई।
story of priceless diamonds in Panna: इसके बाद महाराजा सभा सिंह जू देव ने आदेश दिया कि जनता के गोदामों के मिट्टी के बर्तन यहां रखकर निशुल्क रखे जा सकते हैं।
story of priceless diamonds in Panna: महाराज ने खुलवाई थी मूर्ति महाराज के आदेश के बाद लाखों लोगों ने इस स्थान के आसपास के गोदामों को खोदा और उन्हें भी निकाला। महाराजा सभा सिंह जू देव ने रियासत में आदेश जारी किया।
story of priceless diamonds in Panna: दो कैरेट से अधिक वजन वाले भारी भरकम सिक्के राजकोष में जमा किए जाएंगे और दो कैरेट से कम वजन वाले खुले बाजार में अलग-अलग बेचे जा सकेंगे।
story of priceless diamonds in Panna: इसके अलावा ज्वालामुखी को राजकोष में स्थापित करने के बाद महाराज ने उन हीरों को शामिल कर लिया था।
story of priceless diamonds in Panna: मुफ्त में भंडारित करने का यह आदेश देश के स्वतंत्र होने के बाद 1742 से फरवरी 1948 तक अंतिम शासक यादवेंद्र सिंह महाराज के समय तक लागू रहा है। इसके बाद 1961 में संग्रहालय हीरा कार्यालय की स्थापना की गई।
धर्म कुंड और मंदिर आज जहां वर्तमान धर्म सागर तालाब स्थित है, वहां पहले घना जंगल हुआ करता था और धर्म कुंड के पास एक छोटा मंदिर बना हुआ था। पहले उसी तालाब के पास मिट्टी की खुदाई की जाती थी। महाराज छत्रसाल के गुरु महामति 1008 प्राणनाथ ने महाराज छत्रसाल को पन्ना में स्थापित होने के लिए कहा था।
उस समय महाराज छत्रसाल के युद्ध में कभी मुगल सेना पीछे होती थी तो कभी वे मुगल सेना के पीछे होते थे। दूसरे राजा हृदय शाह भी युद्ध में शामिल हुए, जिसके बाद तीसरे राजा सभा सिंह ने धर्म कुंड के पास पहले गोदाम की खदान खुदवाई और फिर दुकानें बननी शुरू हुईं।
story of priceless diamonds in Panna: मंदिर खोदकर तालाब बनाए गए इतिहासकार सूर्यभान सिंह आगे बताते हैं, “धर्म कुंड के पास कई मंदिर खोदे गए और वहां तालाब बनाया गया।” फिर इंजीनियर ने महाराज सभा सिंह जू देव से अनुरोध किया कि वे यहां तालाब के लिए तटबंध बनवा दें।
इससे यहां एक बहुत बड़ा तालाब बन जाएगा। राजा ने धर्म कुंड के पास ऐसा ही एक तालाब और फिर एक शिव मंदिर बनवाया था, यह आज भी तालाब के बीच में स्थित है और यहां एक प्राचीन शिवलिंग मौजूद है।
Read More- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS