चंबल में डूबे दो लोगों का गांव में अंतिम संस्कार, कैलादेवी जाते समय 17 श्रद्धालु गिरे थे नदी में
मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाते सांसद केपी यादव।
– फोटो : सोशल मीडिया
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चंबल में बहे सात लोगों में से लापता पांच की तलाश रविवार को भी जारी रही। एनडीआरएफ की टीम लगातार उनकी तलाश करती रही, लेकिन रविवार शाम तक उनका पता नहीं चल सका था। इधर शनिवार को निकाले गए दो शवों का ग्राम चिलावद में अंतिम संस्कार किया गया। गांव में गम का माहौल रहा।
बता दें कि शिवपुरी जिले के कोलारस के तेंदुआ थाना क्षेत्र के चिलावद गांव के 17 लोग चंबल नदी में बह गए थे। ये लोग राजस्थान की करौली माता मंदिर के दर्शन के लिए पैदल यात्री के रूप में गए थे। चंबल नदी को पार करते वक्त यह हादसा हो गया था। इनमें से सात लोग गायब थे। घटना राजस्थान के करौली के रोधई गांव में चंबल घाट पर हुई थी। आज दो शवों का अंतिम संस्कार चिलावद गांव में किया गया। चिलावद गांव के ग्रामीणजनों ने बताया कि करौली माता के दर्शन के लिए गए सभी श्रद्धालु कोलारस के तेंदुआ थाना क्षेत्र के चिलावद गांव के कुशवाह परिवार से थे। इस हादसे का शिकार हुए लोगों में से मृतकों के दो शव जैसे ही गांव लाए गए तो पूरा गांव शोकमग्र दिखा। रविवार की सुबह देवकीनंदन पिता हीरा कुशवाह और कल्लो कुशवाह पति चेंऊ कुशवाह के शव चिलावद गांव लाए गए। गांव में दो शवों का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में गांव के लोग पहुंचे।
अपनी-अपनी मन्नत को लेकर गए थे माता के दर्शन करने
जिले के चिलावद गांव के रहने वाले कुशवाह परिवार के 17 सदस्यीय जत्थे में शामिल 35 साल के चेंऊ कुशवाह ने बताया कि नवरात्रि में पद यात्रा की सहमति फसल कटने से पहले बनी थी। सभी लोग उत्साहित थे। सदस्यों की संख्या भी बढ़ गई। 14 मार्च को निकलने की तारीख तय हो चुकी थी। चेंऊ कुशवाह ने बताया कि चिलावद गांव से निकलने बाद रात्रि विश्राम करने के हम सभी शिवपुरी के बैरगवां रुके थे। इसके बाद सुबह 7 बजे फिर आगे बढ़ गए थे। दूसरी रात हम विजयपुर के छिमछिमा हनुमान मंदिर पर रुके थे। यहां तक पहुंचने के बाद भी किसी को थकान तक नहीं हुई थी। इसके बाद दो रात्रि विश्राम रास्ते में पड़ने वाले गांव में किए थे। 18 मार्च की सुबह 7 बजे हम टेंटरा थाना क्षेत्र के चंबल किनारे थे। चेंऊ कुशवाह ने बताया कि चंबल नदी का बहाव काफी तेज था, मैं और मेरे साथ एक दो ही लोग ऐसे थे जो पहले भी करौली धाम की यात्रा पैदल कर चुके थे। हमने पहले सभी एक दूसरे का हाथ थामने और किसी भी हालात हाथ न छोड़ने की नसीहत दी थी। देवकीनंदन ने 10 साल के लवकुश को अपने कंधे पर बैठा लिया था। सभी लोग एक दूसरे का हाथ पकड़कर गंगा मैया और चंबल मैया के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। जैसे चंबल के बीच मझधार में पहुंचे तभी एक रेत का गड्ढा नदी में आ गया था, इसके बाद महिलाओं का संतुलन बिगड़ गया और हाथ छूटते ही परिवार के सात सदस्य बह गए।
सांसद केपी यादव पहुंचे ग्राम चिलावद
ग्राम चिलावद के रहने वाले लोगों की डूबने से मौत के बाद रविवार को यहां पर क्षेत्रीय सांसद केपी यादव पहुंचे। गुना-शिवपुरी सांसद डॉ केपी यादव ने मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनों को सांत्वना प्रदान कर ढांढस बंधाया एवं मौके पर उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि हताहतों के परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आनी चाहिए। सांसद डॉक्टर केपी यादव ने कहा कि सरकार इस दुख की घड़ी में आपके साथ है व मैं सतत प्रशासन के संपर्क में हूं एवं हमारी एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लापता सदस्यों को शीघ्र ही खोज निकालेंगे।