MP News: पैंगोलिन की तस्करी में शामिल दो शासकीय कर्मी समेत सात गिरफ्तार, 19.88 किलो वजनी दुर्लभ वन्य जीव बरामद
आरोपियों से जब्त पैंगोलिन
– फोटो : अमर उजाला
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ढीमरखेड़ा वनपरिक्षेत्र से लगे खमतरा गांव में पैंगोलिन की तस्करी करते सात लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पकड़े गए आरोपियों में पुलिस विभाग के प्रधान आरक्षक और मेडिकल साइंस कॉलेज का लैब टेक्नीशियन भी शामिल बताया गया, जो कि शासकीय सेवक के तौर पर कार्यरत है।
जबलपुर टीएसएफ और ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए ढीमरखेड़ा के खमतरा गांव से एक युवक के पास से जिंदा पैंगोलिन जब्त की। टीम ने जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो पकड़े गए शख्स ने अपने साथ शामिल अन्य पांच लोगों के नाम बताए जिन्हे टीएसएफ ने अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
वनमंडल अधिकारी गौरव शर्मा ने बताया कि टीएसएफ की टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र के खमतरा गांव में वन्यजीव पैंगोलिन एक युवक ने रखा हुआ है। सूचना पर कटनी वन विभाग को सूचना दी गई और उसके बाद जबलपुर टीएसएफ सहायक वन संरक्षक राजा खरे, रेंजर शिवम मिश्रा, वनरक्षक कैलाश चढ़ार के साथ ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र के वनरक्षक राजेश शर्मा, प्रदीप तिवारी व रामकृष्ण दुबे की संयुक्त टीम ने खमतरा गांव पहुंचकर रामलखन बर्मन के घर में दबिश दी। जहां से टीम को जीवित वन्य प्राणी पैंगोलिन मिला। जानकारी के मुताबिक आरोपियों के पास से मिले पैंगोलिन का वजन तकरीबन 19.88 किग्रा. बताया गया है। आरोपियों के पास से वन विभाग की टीम ने पैंगोलिन के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक तराजू, ड्रम, मोटर साइकिल समेत अन्य सामग्री जब्त की।
बता दें, बेशकीमती पैंगोलिन की तस्करी कर उसे लाखों-करोड़ों में बेचा जाता है, जिसका उपयोग दवाइयों समेत अन्य चीजों में उपयोग होता है। जिसे रोकने वन विभाग लगातार इस तरह की कार्रवाई को अंजाम देते रहता है। वनसंरक्षक गौरव शर्मा ने बताया कि मामले में अब तक सात आरोपी शामिल हुए हैं, जिनमें एक मेडिकल साइंस कॉलेज में लैब टेक्नीशियन के पद में पदस्थ ओमप्रकाश धुर्वे भी है, जो पचपेढ़ी सिविल लाइन, अलिक जेंडर नायडू पुलिस हॉस्पिटल क्वार्टर के पास जबलपुर, चम्मू सिंह निवासी खमतरा ढीमरखेड़ा, शंभू सिंह निवासी रोझन ढीमरखेड़ा और संतोष बर्मन खमतरा शामिल हैं। वनसंरक्षक ने बताया कि आरोपियों में शामिल अलिक जेंडर नायडू प्रधान आरक्षक है। फिलहाल वन विभाग ने सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। मामले की जांच की जा रही है।