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MP में 150 एकड़ में चंदन की खेती: तस्करों की चंगुल में फंसकर वीरान हो गया था जंगल, अब देशभर में महक रही खुशबू

Seoni High Quality Sandalwood: मप्र में चंदन की खुशबू से देश को महकाने वाला सिवनी तस्करों के चंगुल में फंसकर वीरान हो गया था, लेकिन एक बार फिर यहां के जंगलों में उगने वाले चंदन के पेड़ देश में अपनी खुशबू बिखेर रहे हैं।

Seoni High Quality Sandalwood: इस बीच सिवनी वन विभाग के सीसीएफ एसएस उद्दे ने बताया, “वन विभाग ने 150 एकड़ में चंदन का पौधारोपण किया है। करीब 150 एकड़ जंगल में प्राकृतिक रूप से पौधे मिले हैं, जिनकी देखभाल की जा रही है। सिवनी एक बार फिर चंदन की अपनी पहचान हासिल करेगा।”

1980 में सलैया के जंगलों में चंदन के पौधे रोपे गए थे

Seoni High Quality Sandalwood: सिवनी के जंगलों में कभी उच्च गुणवत्ता वाला चंदन होता था, जिसकी देशभर में मांग थी। इसको देखते हुए वन विभाग ने 1980 में सलैया और नागनदेवरी के जंगलों में 5000 चंदन के पौधे लगाए थे, जिनमें से कई पौधे खराब हो गए, लेकिन वन विभाग ने लगातार उनकी देखभाल की और उन्हें काटना शुरू कर दिया। करीब 10 लाख रुपए का चंदन बेचा भी जा चुका है।

तस्करी के कारण वीरान हुए आमागढ़ में फिर से उग रहे हैं चंदन

Seoni High Quality Sandalwood: साल 2000 में तस्करों ने चंदन के सिवनी के जंगलों को वीरान कर दिया था। ज्यादातर चंदन आमागढ़ के जंगलों में हुआ करता था। चंदन काटने के बाद वन विभाग ने बचे हुए ठूंठों की देखभाल की और वे भी फिर से उग आए। करीब 500 चंदन के पेड़ अब 10 फीट से ज्यादा की ऊंचाई पार कर चुके हैं।

पक्षी चंदन फैलाने में कर रहे मदद, लहलहा रहे जंगल

Seoni High Quality Sandalwood: जंगल में चंदन के पेड़ लगाने की जरूरत नहीं है, कई जंगल ऐसे हैं जहां चंदन के पेड़ प्राकृतिक रूप से उगे हैं। इन जंगलों को बढ़ाने में पक्षी अहम भूमिका निभा रहे हैं।

Seoni High Quality Sandalwood: पक्षी यहां-वहां चंदन के बीज फैलाकर सिवनी की चंदन पहचान को वापस ला रहे हैं। धूमा और लखनादौन के बीच शेड नदी के किनारे सबसे ज्यादा चंदन के पेड़ प्राकृतिक रूप से उग रहे हैं।

चंदन को परिपक्व होने में 30 से 40 साल लगते हैं

Seoni High Quality Sandalwood: सिवनी के सीसीएफ एसएस उद्दे ने बताया कि “फिलहाल चंदन के पेड़ों की गिनती नहीं हुई है, लेकिन सलैया के जंगलों में 1980 में चंदन के पौधे लगाए गए थे जो परिपक्व हो गए थे।

Seoni High Quality Sandalwood: डेढ़ साल पहले उन्हें काटकर नीलाम कर दिया गया, इसके साथ ही आमागढ़ के जंगलों में फिर से चंदन उगने लगा है। 2018 में 5 हेक्टेयर जमीन पर चंदन के पेड़ लगाए गए जो अब अपनी खुशबू बिखेर रहे हैं।

Seoni High Quality Sandalwood: एक चंदन के पेड़ को परिपक्व होने में करीब 30 से 40 साल लगते हैं। चंदन की देखभाल के लिए चेन फेंसिंग भी की जा रही है।” 600 हेक्टेयर में चंदन का जंगल था, तस्करों ने उजाड़ दिया

Seoni High Quality Sandalwood: सीसीएफ एसएस उद्दे ने बताया कि “वर्ष 2000 से पहले जिले में करीब 600 हेक्टेयर में चंदन का जंगल हुआ करता था, यहां के चंदन की मांग पूरे देश में थी, लेकिन तस्करों की नजर इस पर थी। वर्ष 2000 से पहले चंदन पूरी तरह से खत्म हो चुका था, लेकिन एक बार फिर सिवनी चंदन से लहलहा रहा है।”

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