डिंडौरी में करोड़ों का छात्रवृत्ति घोटाला: तत्कालीन AC के खिलाफ केस दर्ज, कार्रवाई में देरी पर लोकायुक्त ने कलेक्टर को लगाई थी फटकार
गणेश मरावी, डिंडौरी। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके ने छात्रवृत्ति के नाम पर 2 करोड़ 59 लाख 97 हजार 577 रुपए गबन किया है। मामला उजागर होने के बाद जिले भर में हड़कंप मच गया। मामले को लेकर कार्रवाई करने में विलंब करने पर लोकायुक्त ने कलेक्टर विकास मिश्रा को फटकार लगाई है। लोकायुक्त के फटकार के बाद कलेक्टर ने मामला दर्ज कराने सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला को निर्देश दिये थे।
तत्कालीन एसी पर मामला दर्ज
बुधवार को संतोष शुक्ला ने तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके के खिलाफ कोतवाली थाना मामला में दर्ज कराया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके के खिलाफ धारा 420, 409 और 34 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में जुट गई है। बताया जा रहा है कि उक्त मामले पर गड़बड़ी करने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है।
कोरोना काल में किया गया था गबन
बताया गया कि जनजातीय कार्य विभाग में आदिवासी छात्र-छात्राओं को वितरित होने वाली छात्रवृत्ति में लगभग पांच करोड़ रुपए के घोटाला को वर्ष 2019 से 2021 के बीच में अंजाम दिया गया था, जो 2023 में प्रकाश में आया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने जिला स्तरीय और आदिवासी विभाग ने राज्यस्तरीय जांच टीम से मामले की पड़ताल कराई थी और दोनों ही जांच समितियों ने अनिमिताओं की शिकायत को सिद्ध पाया था।
कई लोगों के नाम से किया गया चेक जारी
बताया गया कि आदिवासी छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति को वितरण न कर उस राशि को कोरोना संकट के दौरान तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके द्वारा निजी खाते जैसे स्वयं के उपयोग में खर्च करने के साथ कार्यालय के ही कई कर्मचारियों और सप्लायरों के नाम से चेक जारी कर बड़ी अनियमितता को अंजाम दिया गया था। उनके तबादले के बाद मामले का खुलासा हुआ।
कार्रवाई में विलंब करने पर कलेक्टर को फटकार
वर्तमान में अमर सिंह उइके सिवनी जिले में पदस्थ हैं। इस मामले पर प्राथमिकी दर्ज कराने में देरी होने से लोकायुक्त ने भी कलेक्टर को फटकार लगाई थी और समन तामील कर व्यक्तिगत रूप से पेश होने के आदेश दिये हैं। जिसके बाद आनन-फानन में मामला दर्ज कराया गया है।
इन मदों के नाम पर निकाली राशि
कोतवाली में दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक तात्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके पिता राम कृपाल सिंह के द्वारा अपने पद स्थापना समय 25 फरवरी 2019 से 21जनवरी 2021 तक अवधि में अनुसूचित जन जाति (ट्राईबल) राज्य छात्रवृत्ति योजना, अनुसूचित जाति राज्य छात्रवृत्ति योजना, अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना।
अनुसूचित जनजाति छात्रवृत्ति योजना, रेडक्रास एवं गाईड योजन गाईड योजना के कुल मद, क्रीडा मंद, भारत स्काउट 2 करोड़ 59 लाख 97 हजार 577 रूपये राशि को बिना नियमों का पालन करे, बिना रिकार्ड संधारित कर 07 बैंक खातों के माध्यम से छल पूर्वक विभिन्न व्यक्ति एवं संस्थाओं/दुकानदारों को उक्त मदों से आहरण/भुगतान कर उक्त शासकीय राशि का गबन किया है।
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