सचिव-इंजीनियर पर CEO मेहरबान: MP-CG टाइम्स में खबर के बाद नींद से जागा पुष्पराजगढ़ का सिस्टम, कार्रवाई के नाम पर ठेंगा, फिर लापरवाहों को मिली निर्माण की जिम्मेदारी

पुष्पराजगढ़। MP-CG टाइम्स के खबर का बड़ा असर हुआ है. खबर प्रकाशित करने के बाद गहरी नींद से पुष्पराजगढ़ का सिस्टम जागा और भ्रष्टाचार की नींव रखी जा रही जगह का निरीक्षण किया. जहां लापरवाही साफ देखने को मिली, लेकिन कार्रवाई के नाम पर महज लीपापोती की गई है, जिससे लापरवाहों के हौसले और बुलंद हो रहे हैं.
दरअसल, अनूपपुर जिले के जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत समिति के ग्राम मेढाखार के वार्ड क्रमांक 9 मैप 5 लाख की लागत से 130 मीटर पीसीसी सड़क निर्माण कार्य की स्वीकृत की गई थी.
उक्त सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्ता विहीन सड़क निर्माण कार्य प्रभारी सचिव रोजगार सहायक केदार बंजारा एवं उपयंत्री विपिन श्रीवास की मिलीभगत से किए जाने की शिकायत ग्राम वासियों द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ राजेंद्र त्रिपाठी से की गई थी.
सीईओ ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके पर जाकर पीसीसी सड़क निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. निरीक्षण में पाया गया कि उक्त सड़क निर्माण कार्य के वेश में ओवरसाइज के बॉर्डर का उपयोग और घटिया मटेरियल का उपयोग किया गया है.
इसके बाद 30 मीटर पीसीसी सड़क को रिजेक्ट कर दोबारा नए सिरे से आगे की ओर 130 मीटर सड़क निर्माण कार्य कराए जाने के निर्देश दिए हैं. उपयंत्री एवं प्रभारी सचिव को दिए गए हैं.
पुष्पराजगढ़ सीईओ राजेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत पर मौके पर जाकर जांच मेरे द्वारा की गई 30 मीटर पीसीसी सड़क को रिजेक्ट किया गया है.
बहरहाल, अब सवाल ये उठता है कि जब सचिव और उपयंत्री की जब लापरवाही साफ CEO साहब देखकर आए, तो कार्रवाई क्यों नहीं की गई. क्या बचाने की साजिश रची गई या फिर सांठगांठ हो गया. अब जिला पंचायत CEO हर्षल पंचोली से कार्रवाई की उम्मीद है.