18 crore ration scam: गरीबों के राशन की भीख मांगने का सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है। जहां जिले की 360 राशन दुकानों में राशन की हेराफेरी का मामला प्रदेश के खाद्य मंत्री के गृह जिले का है. जहां राशन दुकान संचालकों ने हितग्राहियों को चावल, चीनी, नमक व चना न देकर 18 करोड़ का राशन घोटाला किया। जिलाधिकारी द्वारा यह बड़ा घोटाला करवाने के बाद राशन दुकान संचालकों को 5 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है.
दरअसल, यह पूरा मामला छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले का है। इधर जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता आलोक दुबे ने परिवादी के रूप में इसकी शिकायत की थी, जिसमें सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने जांच दल गठित कर जिले के खाद्य अधिकारी सहित खाद्य विभाग के निरीक्षकों की ड्यूटी सौंपी थी. राशन दुकानों की जांच के लिए जिसमें जांच में पाया गया कि 41000 मीट्रिक टन चावल, 38 मीट्रिक टन चना और 360 मीट्रिक टन चीनी जांच रिपोर्ट में प्रमाणित पाया गया है कि राशन की दुकानों में इसका स्टॉक कम पाया गया है.
कार्रवाई की जाएगी
राशन दुकान में हुए घोटाले को लेकर जी मीडिया ने राज्य के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से विशेष बातचीत की तो उन्होंने बताया कि कोर पीडीएस राशन वितरण प्रणाली के तहत राशन की दुकानों का संचालन किया जा रहा है. जिसकी वजह से स्टॉक मैचिंग में गड़बड़ी पाई गई है। जिसकी जांच की जा रही है और जो दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही गई है.
भाजपा के तेवर आक्रामक हो गए
बहरहाल, खाद्य मंत्री के गृह जिले में हुए इतने बड़े घोटाले पर सवालिया निशान खड़ा होना लाजिमी है. उधर, खाद्य मंत्री जी मीडिया के सवालों में उलझते नजर आए क्योंकि उन्हें नहीं पता कि किस पैमाने पर घोटाला हुआ है. क्योंकि विपक्ष इस खाद्य घोटाले पर हमलावर है. उधर, जिले के कलेक्टर को अल्टीमेटम देकर भाजपा की ओर से कार्रवाई करने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि अगर राशन दुकान संचालकों पर कार्रवाई नहीं हुई तो भाजपा कलेक्ट्रेट का घेराव भी करेगी.
रमन सिंह ने पीयूष गोयल को लिखा पत्र
वहीं, बड़े पैमाने पर चावल घोटाले के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल पर सीधा हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को टैग किया है और घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की है.