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Ranjit Hanuman Indore: इंदौर में नगर भ्रमण पर निकलेंगे रणजीत हनुमान, 130 साल से जारी है परंपरा

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इंदौर मेें रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी शुक्रवार को निकलेगी। भगवान नगर भ्रमण करेंगे और भक्त उनके दर्शन। प्रभातफेरी में 50 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटने की उम्मीद है। प्रभातफेरी महूनाका, अन्नपूर्णा रोड, नरेंद्र तिवारी मार्ग, फूठीकोठी चौराहा होते हुए मंदिर पर समाप्त होगी। प्रभातफेरी के स्वागत के लिए सड़कों पर रेड कार्पेट बिछेगा और  ड्रोन से भक्तों पर पुष्पवर्षा होगी।

इंदौर के पश्चिम क्षेत्र मेें रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी की परंपरा 137 साल पुरानी है। धीरे-धीरेे भक्तों की आस्था बढ़ती गई और  परंपरा ने भव्य रुप ले लिया। चार दिवसीय आयोजनों में मंदिर परिसर में 21 हजार दीपों से साज-सज्जा की गई। शुक्रवार को निकलने वाली प्रभात फेरी पर ड्रोन की मदद से पुष्प वर्षा की जाएगी। और ड्रोन की ही मदद से उड़ते हुए हनुमान जी भी भक्तों को नजर आएंगे। मंदिर में भगवान के स्वागत के लिए रेड कार्पेट भी बिछाया जाएगा। प्रभातफेरी में इस बार डीजे प्रतिबंधित रहेगा।

ठेलेगाड़ी पर बाबा की तस्वीर लेकर निकलते थे

धीरे-धीरे प्रभातफेरी के स्वरुप में बदलाव हुआ। 20 वर्ष पहले तक ठेलेगाड़ी पर रणजीत बाबा की तस्वीर रखकर प्रभातफेरी निकाली जाती थी। डेढ़ सौ भक्त भी नहीं जुटते थे, लेकिन समय के साथ प्रभातफेरी में भीड़ बढने लगी और  ख्याती भी। अब प्रभातफेेरी के स्वागत के लिए लोग लोग खुद अपने घरों मेें तैयारियां करते है। कोई काफी का स्टाॅल लगाता है तो कोई सूखे मेवे भक्तों को खिलाता है।

जानिए मंदिर के बारे में

रणजीत हनुमान मंदिर में विराजित हनुमान ढाल और तलवार लिए दिखाई देते है।  मान्यता है कि जैसे भगवान किसी युद्ध मेें जाने की तैयारी कर रहे है। मंदिर के स्थापना और मूर्ति को लेकर कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है। मंदिर 130 साल पुराना बताया जाता है। मंदिर की प्रतिमा के दर्शन सड़क से भी हो जाते है। यह मंदिर की बनावट की विशेषता है। मंदिर परिसर में अन्य भगवानों की प्रतिमाएं भी है।

खजराना मंदिर की पेटी मेें निकला सोने का बिस्किट और  सिक्के

खजराना मंदिर की दानपेटी मंदिर प्रशासन नेे खुलवाई। पहले दिन 28 लाख रुपये की राशि निकली। इसके अलावा एक 100 ग्राम सोने का बिस्किट और  सोने के सिक्केे भी निकले। गणना तीन दिनों तक जारी रहेगी। 

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इंदौर मेें रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी शुक्रवार को निकलेगी। भगवान नगर भ्रमण करेंगे और भक्त उनके दर्शन। प्रभातफेरी में 50 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटने की उम्मीद है। प्रभातफेरी महूनाका, अन्नपूर्णा रोड, नरेंद्र तिवारी मार्ग, फूठीकोठी चौराहा होते हुए मंदिर पर समाप्त होगी। प्रभातफेरी के स्वागत के लिए सड़कों पर रेड कार्पेट बिछेगा और  ड्रोन से भक्तों पर पुष्पवर्षा होगी।

इंदौर के पश्चिम क्षेत्र मेें रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी की परंपरा 137 साल पुरानी है। धीरे-धीरेे भक्तों की आस्था बढ़ती गई और  परंपरा ने भव्य रुप ले लिया। चार दिवसीय आयोजनों में मंदिर परिसर में 21 हजार दीपों से साज-सज्जा की गई। शुक्रवार को निकलने वाली प्रभात फेरी पर ड्रोन की मदद से पुष्प वर्षा की जाएगी। और ड्रोन की ही मदद से उड़ते हुए हनुमान जी भी भक्तों को नजर आएंगे। मंदिर में भगवान के स्वागत के लिए रेड कार्पेट भी बिछाया जाएगा। प्रभातफेरी में इस बार डीजे प्रतिबंधित रहेगा।

ठेलेगाड़ी पर बाबा की तस्वीर लेकर निकलते थे

धीरे-धीरे प्रभातफेरी के स्वरुप में बदलाव हुआ। 20 वर्ष पहले तक ठेलेगाड़ी पर रणजीत बाबा की तस्वीर रखकर प्रभातफेरी निकाली जाती थी। डेढ़ सौ भक्त भी नहीं जुटते थे, लेकिन समय के साथ प्रभातफेरी में भीड़ बढने लगी और  ख्याती भी। अब प्रभातफेेरी के स्वागत के लिए लोग लोग खुद अपने घरों मेें तैयारियां करते है। कोई काफी का स्टाॅल लगाता है तो कोई सूखे मेवे भक्तों को खिलाता है।

जानिए मंदिर के बारे में

रणजीत हनुमान मंदिर में विराजित हनुमान ढाल और तलवार लिए दिखाई देते है।  मान्यता है कि जैसे भगवान किसी युद्ध मेें जाने की तैयारी कर रहे है। मंदिर के स्थापना और मूर्ति को लेकर कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है। मंदिर 130 साल पुराना बताया जाता है। मंदिर की प्रतिमा के दर्शन सड़क से भी हो जाते है। यह मंदिर की बनावट की विशेषता है। मंदिर परिसर में अन्य भगवानों की प्रतिमाएं भी है।

खजराना मंदिर की पेटी मेें निकला सोने का बिस्किट और  सिक्के

खजराना मंदिर की दानपेटी मंदिर प्रशासन नेे खुलवाई। पहले दिन 28 लाख रुपये की राशि निकली। इसके अलावा एक 100 ग्राम सोने का बिस्किट और  सोने के सिक्केे भी निकले। गणना तीन दिनों तक जारी रहेगी। 

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