Khandwa: पाकिस्तान की जेल में बंद राजू पांच साल बाद लौटेगा घर, कलेजे से लगाने को तरस रहे थे मां-बाप


राजू की तस्वीर के साथ उसके मां-बाप
– फोटो : अमर उजाला
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मध्य प्रदेश के खंडवा की एक मां का बेटा लगभग पांच साल पहले किसी तरह से पाकिस्तान पहुंच गया था। मां ने अपने बेटे को वापस पाने के लिए हर वह कोशिश की जो एक मां कर सकती है। मंदिर और दरगाह पर जाकर मन्नतें मांगीं। साथ ही प्रशासन के सामने बेटे की वापसी के लिए मिन्नतें भी की। अब मां की दुआएं रंग लाई हैं। पाकिस्तान से उसका बेटा राजू वापस भारत लौट आया है। राजू अभी अमृतसर प्रशासन के पास सुरक्षित है। ऐसे में इधर मां का हाल भी बेहाल है। बेटे की वापसी की खबर मिलने के बाद मां अपने बेटे को गले लगाने के लिए बेताब है।
खंडवा के पुनासा क्षेत्र के इंधावड़ी गांव का रहने वाला राजू मानसिक रूप से कमजोर है। वह किसी तरह भारत की सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गया। जब से खबर आई कि राजू पाकिस्तान में है, उसे वापस लाने के लिए उसके माता-पिता ने हर संभव प्रयास किया। अब उनके प्रयास को कामयाबी मिली है। पाकिस्तान ने राजू को वापस भारत भेज दिया है। अब जिला प्रशासन की टीम उसे लेने अमृतसर रवाना हो रही है।
अभी पंजाब पुलिस के पास है राजू
करीब पांच साल बाद पाकिस्तान ने मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के पुनासा तहसील अंतर्गत ग्राम इंधावड़ी निवासी युवक राजू पिंडारे को भारत को सौंप दिया है। उसको पाकिस्तान पुलिस ने डेरा गाजी खान इलाके से गिरफ्तार किया था। राजू अब वापस भारत लौट आया है। पाकिस्तान की ओर से युवक को राजस्थान के रास्ते भारत को सौंपा गया है। राजस्थान से उसे पंजाब भेज दिया गया है। पंजाब पुलिस अब जल्द ही राजू को नर्मदानगर पुलिस को सौंप देगी। खंडवा जिला मुख्यालय पर राजू को पंजाब से लाने की तैयारी की जा रही है। जल्द ही राजू अपने परिवार के बीच होगा।
राजू की वापसी के लिए मां-बाप ने लगाए सरकारी दफ्तरों के चक्कर
खंडवा जिले के मांधाता विधानसभा क्षेत्र में एक छोटा सा ग्राम इंधावड़ी है। इंधावड़ी का रहने वाला राजू 2019 से पाकिस्तान की जेल में बंद बताया जा रहा था। राजू का पूरा परिवार इंधावड़ी में ही रहता है। उसके परिवार में माता-पिता और एक विकलांग भाई शामिल हैं। राजू के माता-पिता 2019 से ही सरकारी दफ्तरों में अपने बेटे को पाकिस्तान की जेल से वापस लाने के लिए चक्कर लगा रहे थे। इसी सिलसिले में एक बार फिर राजू के माता-पिता खंडवा के एसपी विवेक सिंह से सितंबर महीने में मिले थे और उन्होंने अपने बेटे को पाकिस्तान की जेल से वापस लाने की गुहार लगाई थी।
मां बेटे को सीने से लगाने को बेताब
अब राजू वापस भारत लौट आया है तो उसकी मां बसंता बाई उससे मिलने के लिए बेताब नजर आई। बसंता बाई का कहना है कि पांच साल से राजू की तलाश में पूरा घर परेशान था। हमने हर वह दरवाजा खटखटाया जहां से हमें उम्मीद थी। अब जब राजू वापस आ गया है तो उसका स्वागत करने के लिए मन मचल रहा है। राजू की मां ने कहा कि वह अपने बेटे को सीने से लगाने के लिए बेताब है।
2019 में खूब वायरल हुई थी ये खबर
दरअसल, 2019 में खूब वायरल हुई खबर के अनुसार, पाकिस्तानी पुलिस के साथ एक युवक को दिखाया जा रहा था। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पकड़ा गया युवक भारतीय था। उस समय पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया था कि वह जासूसी के इरादे से पाकिस्तान में दाखिल हुआ था। राजू को पाकिस्तान की पुलिस ने डेरा गाजी खान इलाके से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार युवक मध्य प्रदेश का निवासी बताया जा रहा था। उस समय जब भारतीय पुलिस और इंटेलिजेंस ने इस युवक की जानकारी निकाली तो पता चला कि वह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के इंधावड़ी गांव का रहने वाला राजू है।
मां ने बताया बेटा मानसिक रूप से कमजोर
राजू की मां को पाकिस्तानी पुलिस के द्वारा राजू की गिरफ्तारी के बारे में इंटेलिजेंस से जानकारी मिली थी। राजू की मां बसंता बाई ने बताया था कि उनका बेटा मानसिक रूप से कमजोर है। वह इधर-उधर घूमता रहता है। वह पाकिस्तान कैसे पहुंच गया, उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता। उन्होंने कहा कि जो दो रोटी कमाकर नहीं खा सकता वह जासूसी क्या करेगा। उन्होंने कहा कि राजू पर जासूस होने का झूठा इल्जाम लगाया जा रहा है। राजू की मां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई थी कि उनके बेटे को वापस लाया जाए। अब राजू की वापसी पर बसंता बाई ने सरकार को धन्यवाद दिया है।
राजू को लाने के लिए बनाया गया चार सदस्यीय दल
जिला प्रशासन की टीम खंडवा के इंधावड़ी में रहने वाले राजू को लेने पंजाब रवाना हो रही है। एएसआई और दो कॉन्स्टेबल के साथ स्वास्थ्य कर्मियों की टीम बनाई गई है। अपर कलेक्टर शंकरलाल सिंघाड़े ने बताया कि इंधावड़ी का रहने वाला राजू पिता लक्ष्मण किसी तरह पाकिस्तान पहुंच गया था। उसे पाकिस्तान ने रिलीज कर दिया है। हमें अमृतसर से सूचना मिली है कि उसे प्राप्त करना है। इसलिए हमने चार सदस्यीय एक दल बनाया है। इसमें पुलिस के साथ ही स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हैं जो राजू को लेने अमृतसर जा रहे हैं। अपर कलेक्टर ने कहा कि राजू की जो गुमशुदगी दायर हुई थी। उस हिसाब से पुलिस उससे पूछताछ कर उसके परिजनों को सौंप देगी।
खंडवा एसपी विवेक सिंह की सहरानीय भूमिका
राजू के मामले में खंडवा एसपी विवेक सिंह की भूमिका सराहनीय रही। वे लगातार इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से संपर्क बनाए हुए थे। एसपी ने कहा कि समय समय पर PHQ से भी इस बारे में जानकारी मांगी जाती रही। उन्होंने कहा कि हमारा लगातार प्रयास यही था कि पाकिस्तान से राजू को हम किसी तरह से वापस ले आएं और वह दिन आ ही गया। अब कानूनी प्रक्रिया कर राजू को जल्द उसके परिवार से मिला दिया जाएगा।