गम में बदली दिवाली की खुशियां: पटाखे के विस्फोट में तड़प-तड़पकर गई मासूम बच्चे की जान, दोस्तों की सिर्फ एक गलती जिंदगी पर पड़ी भारी
नई दिल्ली। देश में कई जगहों पर बड़े पटाखों की ब्रिकी और खरीद पर रोक लगाई है, जो सिर्फ प्रदूषण तो फैलाते ही हैं, साथ में नुकसान भी पहुंचा सकते हैं. दीवाली से पहले से ही बच्चे पटाखे फोड़ना शुरु कर देते हैं. कई बार बच्चे नई ट्रिक के साथ पटाखे फोड़ते हैं और खुद को नुकसान पहुंचाते हैं. कई बार तो पटाखों ने जान तक ले ली है.
दरअसल राजस्थान के झुंझुनू जिले की बुहाना तहसील के बड़बर गांव में पटाखा फोड़ते समय एक बच्चे की जान चली गई. दीपावली की खुशियां भी गम में बदल गई. बड़बर गांव में कुछ बच्चे पटाखे फोड़ रहे थे. इस दौरान बच्चों ने खेल में पटाखे पर स्टील का ग्लास लगा दिया.
सावधान! पटाखा नहीं फटा तो देखने गया लड़का, अचानक धमाका हुआ और चली गई एक आंख की रोशनी
पटाखों के फटने से शीशा चकनाचूर हो गया. गिलास का एक टुकड़ा मौके पर मौजूद 11 वर्षीय लक्ष्य यादव के सीने में जा लगा. वह टुकड़ा दिल में जा घुसा. इस पर निशाना जमीन पर गिर पड़ा और तड़पने लगा. इसकी बच्चों ने परिजनों को इसकी सूचना दी.
परिजन उसे बुहाना के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों के मुताबिक स्टील का टुकड़ा दिल में घुस जाने और काफी खून बहने से लक्ष्मण की जान चली गई. इस संबंध में परिजनों ने थाने में तहरीर नहीं दी है.
read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001