Publish Date: | Wed, 12 Oct 2022 08:45 PM (IST)
रायपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। दो बच्चों और पत्नी के होते हुए पति ने अपनी बुआ की बेटी से विवाह रचाया। साथ ही पत्नी को बदनाम करने के लिए उसे गांव के ही एक लड़के के साथ कमरे में बंद कर दिया। दोनों बच्चों को भी पत्नी से छीन लिया। पत्नी ने महिला आयोग में शिकायत की।
सुनवाई में आयोग के सदस्यों ने देखा कि दोनों बच्चे अपने पिता और सौतेली मां के सामने डरे हुए थे। पति ने भी माना कि उसने तलाक लिए बिना महिला की मांग भरकर दूसरा विवाह किया, जिसे किसी ने नहीं देखा। आयोग ने दोनों बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंपा और दूसरी औरत को नारी निकेतन भेज दिया। अगली सुनवाई में प्रकरण का निपटारा किया जाएगा।
महिला आयोग अध्यक्ष अध्यक्ष डा.किरणमयी नायक, सदस्य डा.अनिता रावटे, अर्चना उपाध्याय ने सुनवाई में पाया कि पति ने गलती की है। दोनों बच्चे मां से मिलना चाहते थे, लेकिन बार-बार अपने पिता और सौतेली मां को देखकर डर रहे थे। पत्नी ने शिकायत में कहा कि उसका पति एनटीपीसी में वाहन चालक है। दूसरी शादी रचाने के लिए षडयंत्र रचकर मुझे गांव में बदनाम किया।
एक बेटा अंग्रेजी मीडियम से कक्षा पांचवी में पढ़ रहा था। मुझे घर से निकालने के बाद दूसरी शादी करके बेटे को सरकारी स्कूल में डाल दिया। बच्चों को मां से दूर कर दिया। आयोग के आदेश पर बाल कल्याण समिति ने जांच की तो पता चला कि बच्चों का भविष्य खराब हो सकता है। इसके पश्चात आयोग ने बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंपा।
पति ने इंटरनेट मीडिया में की आपत्तिजनक टिप्पणी
एक प्रकरण में महिला ने आयोग को बताया कि उसके दो बच्चे हैं। एक इंजीनियरिंग और दूसरा 11वीं में पढ़ रहा है। तीन वर्षों से पति से अलग रह रही हैं। उसका पति इंटरनेट मीडिया में अश्लील टिप्पणी करता है। पति ने भविष्य में किसी प्रकार का दुर्व्यवहार नही करना स्वीकार किया। वह पत्नी को साथ रखना चाहता है। इस पर पत्नी तैयार नहीं हुई और कहा कि उसे तलाक चाहिए। आयोग ने दोनों पक्षों को समझाया कि आपसी सहमति से न्यायालय में तलाक ले सकते हैं।
Posted By: Pramod Sahu