Bharat jodo Yatra: राहुल पहुंचेंगे उन गांवों में, जहां आज तक नहीं पहुंचे राष्ट्रीय स्तर के नेता
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कांग्रेस भले ही यह कहे कि भारत जोड़ो यात्रा को राजनीतिक दृष्टि से न देखे, यह देश को जोड़ने के लिए है, लेकिन इस यात्रा के बहाने कांग्रेस मालवा निमाड़ में अपनी जड़े मजबूत करना चाहती है। राहुल गांधी की यात्रा के रुट में दस-पंद्रह हजार की आबादी वाले उन गांवों को शामिल किया गया है,जहां आज तक राष्ट्रीय स्तर के नेता नहीं रुके। इस यात्रा के जरिए राहुल आम आदमी से सीधे कनेक्ट करने की कोशिश कर रहे है। राजनीतिक विश्लेषक मानते है कि एक समय गरीब वर्ग कांग्रेस की ताकत हुआ करता था। अब फिर कांग्रेस उस वर्ग में खुद को मजबूत करने की कोशिश में है।
मध्य प्रदेश में प्रवेश के बाद यात्रा का पहला पड़ाव बुरहानपुर होगा। जिस मुमताज की याद में ताजमहल बना है, वह बुरहानपुर की थी और उनकी मौत वहां भी हुई थी। पहले ताजमहल यहां पर ही बनाने का फैसला लिया गया था। राजनीतिक तौर पर देखे तो यह सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीते थे, हालांकि उन्होंने कांग्रेस को ही समर्थन दिया है। यहां से राहुल पैदल चलकर असीरगढ़, रुस्तमपुरा, छैगांव माखन जैसे गांवों में
जाएंगे। रात्रि विश्राम के लिए एक छोटा सा गांव खेरदा चुना गया है। मध्य प्रदेश में तीसरा विश्राम भारत जोड़ो यात्रा सनावद से आगे मौरटक्का में करेगी। सनावद निमाड़ का एक बड़ा व्यापारिक केंद्र है और वहां लाल मिर्च की मंडी भी है। मोरटक्का में कई आश्रम है और ओंकारेश्वर के लिए मोरटक्का से ही लोग जाते है।
नर्मदा परिक्रमा का भी मोरटक्का अहम पड़ाव है। राहुल गांधी यहां से करीब 20 किलोमीटर चलेंगे और फिर बलवाड़ा में रुकेंगे। बलवाड़ा निमाड़ की सरहद है और पहाड़ों के बीच बसा है। इस गांव की आबादी करीब 20 हजार है।
बलवाड़ा से करना होगी लंबी दूरी तय
भारत जोड़ो यात्रा एक दिन में 20 किलोमीटर का सफर तय कर रही है, लेकिन बलवाड़ा के बाद यात्रा पहले चोरल में रुकने वाली थी, लेकिन बाद में बदलाव करते हुए महू में रुकवाने का फैसला लिया गया। बलवाड़ा से महू की दूरी 35 किलोमीटर से ज्यादा है और घाट सेक्शन भी है। महू तक जाने के लिए राहुल को ज्यादा चलना होगा। महू के बाद यात्रा इंदौर जाएगी।