ट्रेंडिंगस्लाइडर

पुष्पराजगढ़ BREAKING: भाजपा को लगा शुरूआती झटका, BJP का दामन छोड़ कई भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल, आखिर क्यों खत्म हो रहा मोह ?

पुष्पराजगढ़। अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ में भाजपा को शुरुआती झटका लगा है. चुनाव से पहले भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भमरहा में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है. इन सबसे लग रहा है कि कार्यकर्ताओं का भाजपा से मोह खत्म होते जा रहा है.

एक्शन मोड में अनूपपुर कलेक्टर: पुष्पराजगढ़ के इस स्कूल में न मध्यान्ह भोजन और न पीने को पानी, कोताही देख भड़के DM, BRCC तत्काल सस्पेंड करने के निर्देश, DPC पर लटकी निलंबन की तलवार

20 भाजपा कार्यकर्ताओं ने थामा कांग्रेस का दामन

दरअसल, पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को की उपस्थिति में ग्राम भमरहा में 20 भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की.

कार्यकर्ताओं का मोह भंग ?

विधायक फुंदेलाल ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के लिए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया. भाजपा कार्यकर्ताओं का कांग्रेस में शामिल होने आगामी चुनाव के लिए बड़े संकेत हैं. कार्यकर्ताओं का मोह भंग होते जा रहा है. पार्टी में अनबन की स्थिति भी देखने को मिल रही है.

पार्टी में अनबन की स्थिति

सूत्र बताते हैं कि पुष्पराजगढ़ बीजेपी में कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. पार्टी के नेता गुटों में बंटे नजर आते हैं. कई मर्तबा देखने को मिलता है कि मंच साझा करना न पड़े करके अलग-अलग प्रोग्राम करा लिया जाता है. इसके साथ ही कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने की भी बातें उभर कर सामने आती रही है.

टिकट को लेकर खींचतान की स्थिति !

पुष्पराजगढ़ में भाजपा से टिकट को लेकर कई दावेदार हैं, जो चुनावी रण में दावेदारी पेश कर रहे हैं. जनता के बीच जाकर रू-ब-रू हो रहे हैं. भीतरखाने से ये भी खबरें हैं कि इस बार एक बड़ा चेहरा इस्तीफा देकर विधायक की टिकट की दावेदारी की फिराक में है. ऐसे में बाकी जो उम्मीद लगाए टिकट के इंतजार में हैं, उनके किए कराए पर पानी फिरने के फुल आसार दिख रहे हैं. इससे सियासी खिचड़ी न तीखी, न कड़वी और न मीठी सीधे छिनभिन्न की ओर इशारा कर रही है.

पुष्पराजगढ़ में कलेक्टर का खिचड़ी प्रेम: फुलवारी केंद्र में बच्चों के लिए बनाई गई थी खिचड़ी, कलेक्टर ने चखा स्वाद, जानिए किसे मिला क्या निर्देश ?

बता दें कि कर्नाटक चुनाव संपन्‍न होने के बाद इस साल के अंत तक मध्‍य प्रदेश, छत्‍तीसगढ़ और राजस्‍थान जैसे राज्‍यों में भी विधानसभा चुनाव होंगे. मध्‍य प्रदेश की अगर बात करें तो यहां विधानसभा की 230 सीटें हैं. फिलहाल मप्र में 15वीं विधानसभा काबिज है, जिसका कार्यकाल इसी साल दिसंबर में समाप्‍त हो रहा है. इससे पहले 16वीं विधानसभा का गठन करना होगा, जिसके लिए नवंबर तक चुनाव होंगे.

read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS

Show More
Back to top button