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पुष्पराजगढ़ में ‘मौत’ बांट रहा क्रेशर: प्लांट में मजदूर को लगा करंट, जल गए शरीर के अंग, अस्पताल में गिन रहा सांसें, न मदद और न कराया इलाज, पढ़िए सरस्वती मिनरल्स के काले कारनामे

हैवी ब्लास्टिंग से दहल उठा था दोनिया, पानी टंकी में पड़ी थी दरारें, थर्रा गए थे लोग

पुष्पराजगढ़। अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ में संचालित क्रेशरों के काले कारनामे किसी से छुपे नहीं हैं. आए दिन कभी हैवी ब्लास्टिंग तो कभी अवैध खदानों से खनिज संपदा का दोहन करते हैं. इन सबके बीच पुष्पराजगढ़ से एक बड़ी खबर सामने आई है. सरस्वती मिनरल्स की लापरवाही से एक मजदूर जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. प्लांट की लापरवाही के कारण एक मजदूर हाई वोल्टेज बिजली की चपेट में आ गया, जिससे उसका शरीर जल गया है. अस्पताल में भर्ती है. वहीं कार्रवाई के नाम पर विभाग और जिम्मेदार खाक छान रहे हैं.

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क्रेशर मालिक बिना सुरक्षा के करा रहा काम- स्थानीय निवासी

दरअसल, दोनिया में संचालित है, जहां भोले-भाले ग्रामीणों को कम पैसे में मजदूरी करता है. काम की तलाश में मजदूर कम पैसे में भी काम करने को तैयार हो जाते हैं. इसी का फायदा उठाकर क्रेशर मालिक न कोई सुरक्षा और न किसी तरह की व्यवस्था के क्रेशर में मजदूरों से काम कराया जाता है, जिससे लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं. स्थानीय निवासियों ने कहा कि इस क्रेशर से खेत बंजर पड़ गए हैं. पानी का लेवल लो हो गया है.

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युवक का हाथ जल गया, शरीर पड़ा है सुन्न- परिजन

मामले में जिस युवक को करंट लगा है, उसके परिजनों से MP-CG टाइम्स की टीम ने बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि बिना सुरक्षा के काम करा रहे थे, जिससे युवक करंट की चपेट में आ गया. युवक का हाथ जल गया है, चेहरे पर जख्म के निशान हैं. प्लांट में बेहोश पड़ा था, जहां से उसको राजेंद्रग्राम अस्पताल लाए. वहां इलाज के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है.

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अचेत अवस्था में पड़ा है युवक, नहीं निकल रही आवज

परिजनों ने बताया कि युवक अभी बोल नहीं पा रहा है. शरीर पूरी तरह से सुन्न पड़ा है. आवाज नहीं निकल रही है. गरीब हैं कहीं बड़े अस्पताल में ले जा भी नहीं सकते हैं. सरकारी अस्पताल में ही इलाज करा रहे हैं. बेहोशी की हालत में है. क्रेशर मालिक ने मदद नहीं की, जिससे सरकारी अस्पताल में इलाज कराना पड़ रहा है.

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कौन है सरस्वती मिनरल्स क्रेशर के मालिक ?

बता दें कि पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के ग्राम दोनिया में सरस्वती मिनरल क्रेशर संचालित है, जिसका मालिक घनश्याम तिवारी (लल्लन महराज) है. छत्तीसगढ़ से आकर पुष्पराजगढ़ के पठार में अपना कारोबार कर रहे हैं. यहां अवैध खदानों के माध्यम से अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया है. इनके कई कारनामे हैं, जिसको खनिज विभाग और जिम्मेदार अपनी आंखों पर पट्टी बांध दरकिनार कर गए. यूं कहें की सिक्कों की खनक में लापरवाही दब गई.

हैवी ब्लास्टिंग से दहल उठा था गांव, पानी टंकी में पड़ी थी दरारें

गौरतलब है कि पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के ग्राम दोनिया में सरस्वती मिनरल क्रेशर संचालक ने राजस्व, खनिज और वन विभाग के बिना परमिशन के खदान में हैवी ब्लास्टिंग कराया था, जिससे पूरा इलाका दहल उठा था. पत्थर खदान में 17 जून 2022 को बिना परमिशन के हैवी ब्लास्टिंग कराई गई थी, जिससे पानी टंकी में दरारें पड़ गई थी. ब्लास्ट गांव थर्रा उठा था, लेकिन कार्रवाई के नाम पर खनिज विभाग लिफाफा और चढ़ावा लेकर चलता बना.

गरीब परिवार के बेटे को मदद की दरकार

बहरहाल, सरस्वती मिनरल्स क्रेशर पुष्पराजगढ़ के ग्रामीण इलाकों में मौत बांट रहा है. इस पर संबंधित अफसरों की नजरें पड़ती है कि नहीं या फिर वही लिफाफा और चढ़ावे में काम निकल जाएगा. गरीब परिवार के बेटे को मुआवजे की दरकार है, ताकि उसका अच्छे से इलाज हो सके. इसके अलावा अपंग होने का भी खतरा मंडरा रहा है, तीन दिन बीत जाने के बाद भी बेहोशी की हालत में है. परिवार लोगों से ठीक से बात भी नहीं कर पा रहा है. अब आने वाला वक्त बताएगा अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं.

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