पुष्पराजगढ़ में CBI की छापेमारी से हड़कंप: मॉर्डन नर्सिंग कॉलेज में घुसी टीम, लैब की व्यवस्था नहीं, छात्रों के भविष्य से खिलवाड़, रेड से दहशत में एजुकेशन माफिया !

Pushprajgarh CBI raid in Modern Nursing College: मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में इन दिनों CBI की ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। इसी कड़ी में राजेन्द्रग्राम में संचालित मॉर्डन नर्सिंग कॉलेज में शनिवार को CBI की टीम ने छापेमार कार्रवाई की। इस दौरान मॉर्डन नर्सिंग कॉलेज में लैब नहीं मिली। साथ ही तय जगह से कम में कॉलेज का संचालन किया जा रहा था।
Pushprajgarh CBI raid in Modern Nursing College: बताया जा रहा है कि एजुकेशन की आड़ में एजुकेशन माफिया आदिवासी अंचल में हावी है। बिना सुविधाओं के भारी भरकम फीस लेकर आदिवासी बच्चों को लूटा जा रहा है। सरकार के गाइडलाइंस के मुताबिक कोई भी नर्सिंग कॉलेज नहीं मिल रहे हैं। कहीं लैब नहीं है, तो कहीं बिल्डिंग नहीं है। कहीं बिना टीचर के काजगों में कॉलेज चलाया जा रहा है।
कॉलेज में लैब और बिल्डिंग की कमी
मिली जानकारी के मुताबिक पुष्पराजगढ़ में संचालित मॉर्डन नर्सिंग कॉलेज में उचित व्यवस्थाएं नहीं मिली है। बताया ये भी जा रहा है कि एक ही बिल्डिंग पर कंप्यूटर और नर्सिंग कॉलेज संचालित किया जा रहा है। छात्रों को एक ही क्लास में बैठाया जाता है। छात्रों के लिए कुछ खास सुविधा नहीं है। लैब की भी कमी है।
5 अप्रैल को करियर नर्सिंग कॉलेज में छापा
Pushprajgarh CBI raid in Modern Nursing College: मिली जानकारी के मुताबिक इसके पहले 5 अप्रैल को सीबीआई ने करियर नर्सिंग कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई की थी. इस जांच के दौरान सीबीआई को कैरियर नर्सिंग कॉलेज की बिल्डिंग नहीं मिली. एक घर में नर्सिंग कॉलेज का बोर्ड लगा हुआ था।
CBI के छापे से पहले बदला कॉलेज का बोर्ड
CBI ने सबसे पहले कोतमा स्थित नर्मदा नर्सिंग कॉलेज में कार्रवाई की। कागजों में जिस स्थान पर नर्मदा नर्सिंग कॉलेज दर्शाया गया था। उस स्थान पर अन्य पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे थे। सीबीआई की कार्रवाई से एक दिन पहले उसी स्थान पर नर्मदा नर्सिंग कॉलेज का बोर्ड लगा दिया गया था।
कॉलेजों का फर्जीवाड़ा उजागर
सीबीआई की कार्रवाई से इन कॉलेजों का फर्जीवाड़ा उजागर हो रहा है। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सीबीआई लगातार फर्जी नर्सिंग कॉलेजों पर छापेमारी कर रही है।नर्सिंग कॉलेज के लिए करीब 24 हजार वर्गफीट क्षेत्रफल में निर्माण और 1000 वर्गफीट क्षेत्रफल में सात लैब संचालित होना जरूरी है। क्लास रूम की व्यवस्था होनी चाहिए। ऐसे कॉलेज सिर्फ कागजों पर संचालित होते हैं।
फर्जी कॉलेज चलाकर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़
बता दें कि आदिवासी इलाकों में बिना उचित व्यवस्था के नर्सिंग कॉलेज चल रहे हैं।आदिवासी इलाकों में फर्जी कॉलेज चलाकर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, जिस पर संज्ञान लेते हुए सीबीआई की टीम ने छापेमारी की है। जहां सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। हालांकि, सीबीआई ने अभी तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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