पूजा की जिंदगी में खुशहाली: बीमार मां की देख-रेख, खुद की पढ़ाई, कलेक्टर छिकारा की पहल से स्पांसरशिप योजना का लाभ, 111 बच्चों के चेहरे पर आएगी मुस्कान
गिरीश जगत, गरियाबंद। कलेक्टर आकाश छिकारा की संवेदनशीलता से गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर पूजा को स्पांसरशिप योजना का लाभ मिल गया है. इस योजना के तहत पूजा को प्रतिमाह 4 हजार रूपये मिलेंगे. कक्षा 10वीं में पढ़ने वाली 16 वर्षीय पूजा को यह राशि उनके 18 वर्ष की आयु होने तक मिलेगी.
यह राशि पूजा के पढ़ाई-लिखाई और उनकी बीमार मां के इलाज और देखरेख में काम आएगी. उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम कसेरू में पूजा ठाकुर अपनी बीमार मां के साथ रहती है. उनकी मां फुलेश्वर ठाकुर मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार है.
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स्वयं और अपनी मां के देखरेख और दैनिक जरूरतों की आश्यकताओं के लिए पूजा पढ़ाई के साथ-साथ मजदूरी भी करती है. गरीबी और आर्थिक तकलीफों से गुजर रही पूजा की हालातों के बारे में जानकारी होने पर कलेक्टर छिकारा ने पूजा और उसकी मां की आवश्यक सहायता करने अधिकारियों को निर्देशित किया.
कलेक्टर छिकारा के निर्देश पश्चात महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत संचालित मिशन वात्सल्य योजना के तहत उनको स्पांसरशिप योजना का लाभ दिया गया. इस योजना के तहत पूजा को अब 4 हजार रूपये की राशि प्रतिमाह मिलेगी. पूजा ने उनकी गंभीर आर्थिक समस्या के त्वरित निराकरण करने पर जिला प्रशासन का आभार जताया.
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग गरियाबंद अशोक पाण्डेय ने बताया कि सोलह वर्षीय बेटी पूजा अपनी बीमार मां फुलेश्वरी ठाकुर की जिम्मेदारी उठा रही है. पिता की मृत्यु के बाद मां बीमार पड़ गई, जिससे घर की पूरी जिम्मेदारी बेटी पर आ गई. डीपीओ ने बताया कि आर्थिक रूप से अत्यंत कमजोर परिवार में रह रहे बच्चों के लिए संचालित मिशन वात्सल्य योजना अंतर्गत स्पांसरशीप योजना से पूजा को लाभ दिलाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की गई.
विभाग द्वारा तत्काल सामाजिक जांच कराया गया. मापदंड संबंधी दस्तावेजों का परीक्षण किया गया व परीक्षण उपरांत पूजा को लाभ दिलाने प्रकरण तैयार किया गया. तत्पश्चात पूजा को स्पांसरशिप योजना से लाभान्वित किया गया.
डीपीओ ने बताया कि इसी अनुक्रम में गरियाबंद जिले के अनाथ/असहाय बच्चों जिनके संरक्षक की आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर है, मापदंड अनुसार उन्हें स्पांसरशिप योजना से लाभान्वित किये जाने का निर्णय लिया गया है. इस प्रकार अब गरियाबंद जिले में उक्त योजना से 111 बच्चे लाभान्वित होंगे.
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