स्लाइडर

MP: सीएम राइज स्कूल की प्रिंसिपल ने सरस्वती मंदिर निर्माण को नहीं दी अनुमति, पति ने बना लिया मजारनुमा चबूतरा

ख़बर सुनें

मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के कुरवाई में सीएम राइज स्कूल है। यहां प्राचार्य शाहिना फिरदौस की ओर से धार्मिक आधार पर भेदभाव करने का मामला सामने आया है। शाहिना ने एक शिक्षक की सरस्वती मंदिर बनाने की अनुमति को तो खारिज कर दिया, लेकिन उनके पति ने स्कूल परिसर में ही मजारनुमा चबूतरा बना दिया। प्रिंसिपल के पति इसी स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर थे। यह मामला सामने आने के बाद शाहिना फिरदौस को हटा दिया गया है। वहीं, इस मामले पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, प्रशासन ने इसे अपने स्तर पर हल कर दिया है।
 
विदिशा के जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल से मिल रही शिकायतों की गोपनीय जांच कराई तो कई खुलासे हुए। पता चला कि कई साल से स्कूल में राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत पर पाबंदी लगा रखी है। शाहिना फिरदौस के पति ने फरवरी 2022 में परिसर में मजारनुमा चबूतरा बनवा लिया। पहले उस स्थान पर कुछ नहीं था। एक रिटायर शिक्षक बलिराम साहू ने स्कूल परिसर में सरस्वती मंदिर निर्माण की अनुमति मांगी तो उसे खारिज कर दिया गया। जिला शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार मौदगिल का कहना है कि जांच के बाद रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी गई थी। उस पर ही कार्रवाई हुई है। जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि स्कूल परिसर में मजारनुमा चबूतरा बना है। कलेक्टर को इसे तोड़ने के लिए पत्र लिखा गया है। रिनोवेशन के दौरान तत्कालीन प्राचार्य ने इसे बनवाया था। राष्ट्रगान-राष्ट्रगीत भी अब स्कूल में होने लगे हैं।  
 
स्कूल नहीं लग रहा था, तब बना चबूतरा
जून 2022 में हर विकासखंड के एक स्कूल को सीएम राइज स्कूल योजना में शामिल किया गया। पहले चरण में प्रदेश के 275 स्कूलों को इस योजना में चुना गया है। कुरवाई का यह स्कूल भी इस योजना के तहत चुना गया है। तब यह बात सामने आई। स्कूल के शिक्षकों ने लिखित बयान में कहा है कि परिसर में कुछ नहीं था। जब बोर्ड परीक्षा कराकर लौटे तो पता चला कि वहां प्रिंसिपल के पति ने मजारनुमा चबूतरा बना दिया है। स्कूल में राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत और सरस्वती वंदना नहीं कराई जाती है।

विस्तार

मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के कुरवाई में सीएम राइज स्कूल है। यहां प्राचार्य शाहिना फिरदौस की ओर से धार्मिक आधार पर भेदभाव करने का मामला सामने आया है। शाहिना ने एक शिक्षक की सरस्वती मंदिर बनाने की अनुमति को तो खारिज कर दिया, लेकिन उनके पति ने स्कूल परिसर में ही मजारनुमा चबूतरा बना दिया। प्रिंसिपल के पति इसी स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर थे। यह मामला सामने आने के बाद शाहिना फिरदौस को हटा दिया गया है। वहीं, इस मामले पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, प्रशासन ने इसे अपने स्तर पर हल कर दिया है।

 

विदिशा के जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल से मिल रही शिकायतों की गोपनीय जांच कराई तो कई खुलासे हुए। पता चला कि कई साल से स्कूल में राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत पर पाबंदी लगा रखी है। शाहिना फिरदौस के पति ने फरवरी 2022 में परिसर में मजारनुमा चबूतरा बनवा लिया। पहले उस स्थान पर कुछ नहीं था। एक रिटायर शिक्षक बलिराम साहू ने स्कूल परिसर में सरस्वती मंदिर निर्माण की अनुमति मांगी तो उसे खारिज कर दिया गया। जिला शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार मौदगिल का कहना है कि जांच के बाद रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी गई थी। उस पर ही कार्रवाई हुई है। जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि स्कूल परिसर में मजारनुमा चबूतरा बना है। कलेक्टर को इसे तोड़ने के लिए पत्र लिखा गया है। रिनोवेशन के दौरान तत्कालीन प्राचार्य ने इसे बनवाया था। राष्ट्रगान-राष्ट्रगीत भी अब स्कूल में होने लगे हैं।  

 

स्कूल नहीं लग रहा था, तब बना चबूतरा

जून 2022 में हर विकासखंड के एक स्कूल को सीएम राइज स्कूल योजना में शामिल किया गया। पहले चरण में प्रदेश के 275 स्कूलों को इस योजना में चुना गया है। कुरवाई का यह स्कूल भी इस योजना के तहत चुना गया है। तब यह बात सामने आई। स्कूल के शिक्षकों ने लिखित बयान में कहा है कि परिसर में कुछ नहीं था। जब बोर्ड परीक्षा कराकर लौटे तो पता चला कि वहां प्रिंसिपल के पति ने मजारनुमा चबूतरा बना दिया है। स्कूल में राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत और सरस्वती वंदना नहीं कराई जाती है।

Source link

Show More
Back to top button