प्रिंसिपल को जलाने पर भडक़े छात्र संघ और स्कूल-कॉलेज, दिनभर चला विरोध प्रदर्शन

शहर में सोमवार को सिमरोल स्थित बीएम कॉलेज की महिला प्राचार्य विमुक्ता शर्मा पर पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की घटना को अंजाम दिया था। आशुतोष पुलिस की गिरफ्त में है और शहरवासी इस मामले में तेजी से सुनवाई करने और सख्त सजा देने के प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार को शहर में छात्र संघ, स्कूल-कॉलेजों ने अपने अपने स्तर पर विरोध दर्ज किया। सभी ने कहा कि यदि प्रशासन ने छात्र द्वारा पूर्व में की गई चाकूबाजी की घटना पर सख्त कार्यवाही की होती तो महिला प्राचार्य के साथ यह बड़ी घटना नहीं होती। इसके चलते घटना के आरोपित पर सख्त कार्यवाही की जाए।
कुलपति को सौंपा ज्ञापन
शिक्षा संवाद क्रांति आंदोलन मध्य प्रदेश ने देवी अहिल्या विश्विद्यालय की कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपा। सामाजिक कार्यकर्ता पंकज प्रजापति ने बताया कि इस दौरान कुलपति और कुलसचिव के साथ मां अहिल्या के समक्ष प्राचार्य के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की तथा भविष्य में इस तरह की घटना न हो, इसकी प्रार्थना की। इस दौरान मुकेश यादव, अनूप शुक्ला, रविकांत मिश्रा, एड. ऋषि श्रीवास्तव, सरफराज अंसारी, अमन यादव, तत्सम भट्ट, कमल जैन, अभिजीत शर्मा बिट्टू, श्रीअवदेश दवे सहित कई प्रबुद्धजन मौजूद रहे।
इंदौर के स्वर्णिम इतिहास में काला पन्ना
के.के. विज्ञान एवं व्यवसायिक अध्ययन महाविद्यालय में विद्यार्थियों एवं स्टॉफ सदस्यों ने इंदौर के शैक्षणिक जगत के स्वर्णिम इतिहास में एक काला पन्ना जोडऩे वाली घटना की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की। साथ ही ईश्वर से यह प्रार्थना की है कि विमुक्ता शर्मा शीघ्र स्वस्थ हों।
अभाविप इंदौर महानगर ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महानगर मंत्री सार्थक जैन ने बताया कि अभाविप इस हरकत की निंदा करता है। हमने कलेक्टर से मांग की है कि छात्र के ऊपर पुलिस प्रशासन द्वारा कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। उक्त ज्ञापन के पश्चात कलेक्टर महोदय के द्वारा छात्र पर शीघ्र अतिशीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। ज्ञापन में मुख्य रूप से महानगर मंत्री सार्थक जैन, सहमंत्री देवेंद्र यादव, भाग संयोजक पुनीत गुंजाल, आयुष पाठक, कामाक्षा गौड, हिमानी चव्हाण सहित समस्त कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
अशासकीय महाविद्यालय प्राचार्य संघ के अध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार झालानी एवं सचिव डॉ. सचिन शर्मा ने सभी सदस्यों के साथ घटना का विरोध किया। चोइथराम हॉस्पिटल के गेट पर पीडि़ता प्राचार्य डॉक्टर विमुक्ता शर्मा का स्वास्थ्य जानने के लिए एवं उनकी हर संभव मदद करने के लिए सब इकट्ठा हुए। इसके बाद शासन एवं प्रशासन से कठोर कार्यवाही की मांग की ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।