छत्तीसगढ़ की जांजगीर जिला पंचायत जुए का नया अड्डा बन गया है। यहां पर कोई अराजक तत्व नहीं, बल्कि कांग्रेस जिला पंचायत अध्यक्ष और बीजेपी जिला पंचायत सदस्य के पति साथियों के संग महफिल जमाए बैठे हुए थे। हाथों में ताश लिए दांव लग रहा था और पीछे बोर्ड लगा था ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’। यह नजारा था जिला पंचायत अध्यक्ष के कमरे का।इस दौरान पत्रकार पहुंचे तो सभी कैमरे में कैद हो गए। पत्रकारों ने बात करनी चाहिए तो कह दिया जाइए, नहीं बोलते।
दरअसल, बुधवार दोपहर को कुछ पत्रकार जिला पंचायत भवन में अध्यक्ष यनीता यश्वंत चंद्रा से मिलने पहुंचे। अध्यक्षा जी तो नहीं मिली, लेकिन कमरे में दाखिल होते ही सब हैरान रह गए।
सामने ताश-पत्तों के साथ जुए की महफिल जमी थी और इस महफिल को जमाए हुए थे अध्यक्षा जी के पति यश्वंत चंद्रा और सदस्य सुष्मिता सिंह के पति सुमित प्रताप सिंह। उनके साथ तीन अन्य लोग भी इस खेल में शामिल हार-जीत के लिए दांव लगा रहे थे।
मीडिया का कैमरा ऑन हुआ, लेकिन जुआ बंद नहीं हुआ
यह देख कुछ पत्रकारों ने कैमरा ऑन किया और उसे शूट करने लगे। इस पर जुआ खेल रहे लोगों ने सिर उठाकर देखा, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। वह फिर से अपने खेल में मस्त हो गए। इस पर एक पत्रकार ने उनसे कहा कि बाइट दे दीजिए, लेकिन अध्यक्ष के पति टशन में रहे। पत्ते बांटते हुए बोले- नहीं देते जाइए और फिर अपने खेल में लग गए। उनके पीछे ऑफिस का क्लर्क चुपचाप अपना काम करता रहा।
सदस्य बोले- यह रोज का काम, पहली बार कैमरे में आया
वहीं जिला पंचायत के कुछ सदस्यों ने कहा कि यहां यह रोज का काम है, लेकिन पहली बार कैमरे की नजर में आया है। यहां तक ऐसे ही सब चलता रहता है। इस मामले में बसपा के समार्थित क्षेत्र क्रमांक 02 के जिला पंचायत सदस्य लखन लाल साहू ने कहा कि ऐसे लोगों को सबक सिखाना जरूरी है। फिलहाल क्या सबक सिखाएंगे यह तो पता नहीं, लेकिन पत्नी के चुनाव जीतने के बाद पति जरूर अध्यक्ष और सदस्य बने उनकी सुविधाओं का अवैध तरीके से लाभ ले रहे हैं।
CEO बोले- जांच के बाद लेंगे निर्णय
इस पूरे मामले से जिला पंचायत के CEO गजेंद्र ठाकुर ने अनभिज्ञता जताई है। उन्होंने कहा कि सुबह 11 बजे से 6 बजे तक सामान्य सभा की बैठक चल रही थी। अभी वहां से आया हूं। मुझे इस बारे में आप लोगोंे से ही अभी पता चल रहा है। मामले की जांच करा लेंगे, उसके बाद निर्णय लेंगे।