कोरबा स्थित एसईसीएल खदान में हैवी ब्लास्टिंग।
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छत्तीसगढ़ के कोरबा स्थित SECL में हुई हैवी ब्लास्टिंग से ग्रामीण दहशत में आ गए हैं। धमाके की आवाज और धूल का गुबार इतना ज्यादा था कि लोग घर से निकलकर बाहर भागने लगे। कई गांवों में ब्लास्ट से उड़ी धूल का गुबार छाया हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार ऐसे धमाकों के चलते गांव में लगे बोरवेल धंस गए हैं। कई मकान जर्जर हो चुके हैं और प्रदूषण के चलते लोग बीमार हो रहे हैं। आरोप है कि कई बार शिकायत की गई, लेकिन फिर भी कोई सुधार नहीं हो रहा है।
ब्लास्ट से निकली धूल कर रही बीमार
दरअसल, SECL की दीपका खदान में कोयला उत्पादन के लिए होने वाला हैवी ब्लास्ट ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। ब्लास्टिंग के साथ ही खदान से धूल का गुबार उड़ता है, जो रिहायशी इलाकों में पहुंच रहा है। हालात यह हो गए हैं कि हरदीबाजार, अमगांव, मलगांव सहित सरईश्रृंगार गांवों के आसमान में धूल का गुबार छाया हुआ है। आमगांव के सरपंच बृजकुंवर ने बताया कि ब्लास्टिंग की समस्या पिछले कई सालों से बनी हुई है। इसके चलते बीमार भी हो रहे हैं।
ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी
कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने बताया कि, ग्रामीणों की समस्या को लेकर वह कई बार एसईसीएल और जिला प्रशासन को अवगत करा चुके हैं। रविवार को हुई ब्लास्टिंग से ग्रामीण डरे हुए हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण ब्लास्टिंग के बाद मिलने के लिए आए थे। ग्रामीण पहले भी आंदोलन कर चुके हैं। इस बार कोई बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा। इस दिशा में बैठक कर प्रयास किया जाएगा।