इन 3 बड़ी कंपनियों ने इंटरनेट स्पीड को लेकर ग्राहकों से किए झूठे वादे, अब देना होगा हर्जाना!
ऑस्ट्रेलिया बेस्ड 7 News की रिपोर्ट में बताया गया है कि Telstra, Optus और TGP द्वारा स्पीड को लेकर किए गए भ्रामक दावे 2019 और 2020 में किए गए थे। लेटेस्ट फैसले के बाद, तीनों कंपनियों ने प्रभावित ग्राहकों से संपर्क करना और उन्हें पैसे वापस करना शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि ACCC का कहना है कि Optus को अदालत ने “उन प्रभावित ग्राहकों से फिर से संपर्क करने का आदेश दिया है, जिन्होंने पिछले संपर्क का जवाब नहीं दिया था या उन्हें रिफंड नहीं मिला है।” इन ग्राहकों को 120 दिनों के भीतर मुआवजा देने का आदेश भी दिया गया है।
7 News की एक पिछली रिपोर्ट में बताया गया था कि Telstra ने पिछले साल ही अपने ग्राहकों को 11 मिलियन डॉलर (करीब 89 करोड़ रुपये) का भुगतान करना शुरू कर दिया था, जबकि Optus और TGP ने इस साल ग्राहकों को 6.5 मिलियन डॉलर (करीब 48.6 करोड़ रुपये) वापस करने पर सहमति जताई है।
रिपोर्ट कहती है कि कंज्यूमर की शिकायतों को सुलझाने वाले संगठनों ने तर्क दिया कि कंपनियां अपने 50Mbps या 100Mbps फाइबर-टू-द-नोड (FTTN) प्लान में दावा की गई इंटरनेट स्पीड देने में विफल रहीं।
ग्राहकों को रिफंड करने के अलावा, टेल्स्ट्रा जुर्माने में $15 मिलियन का भुगतान करेगी, जबकि ऑप्टस $13.5 मिलियन का भुगतान करने के लिए सहमत हो गई है और TPG शुक्रवार को जस्टिस मार्क मोशिंस्की द्वारा अनुमोदित व्यवस्था में $5 मिलियन का भुगतान करेगी।