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MP News: मक्के की फसल के बीच छिपाकर उगा रहे थे अफीम, पुलिस ने सवा तीन क्विंटल पौधों को काटा, चार आरोपी गिरफ्तार

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देश में अफीम की खेती के लिए अनुकूल वातावरण केवल राजस्थान और मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में ही है। लेकिन अफीम के तस्करों ने अपनी काली कमाई में इजाफा करने के लिए नशे की इस खेती का जाल प्रदेश के निमाड़ अंचल के आदिवासी इलाकों तक फैलाना शुरू कर दिया है। ताजा मामला मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के खालवा ब्लॉक का है, जहां गुलाई क्षेत्र में खंडवा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नीमच जिले के दो तस्करों सहित आदिवासी अंचल खालवा निवासी उनके दो पार्टनर किसानों को भी दबोच लिया है। इनके कब्जे से आधा बीघा खेत में लगे करीब सवा तीन क्विंटल अफीम के पौधे, 45 किलो अफीम का डोडा, 250 ग्राम अफीम सहित एक मोटर साइकिल को पुलिस ने जब्त किया है।

खंडवा के खालवा ब्लॉक के गुलाई एरिया में पार्टनरशिप में मक्के की फसल के बीच छिपाकर की जा रही नशे की खेती के कारोबार का खुलासा हुआ है। खंडवा एसपी विवेक सिंह ने बताया कि कई दिनों से गांजा और अफीम की खेती के बारे में खबरें मिल रही थीं। पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर खालवा ब्लॉक में कार्रवाई करते हुए मोटर साइकिल से जा रहे दो लोगों वकील पिता दीपा चावड़ा व बसंतीलाल पिता हेमा डायमा को पकड़ा। इनकी तलाशी में वकील के पास 110 ग्राम अफीम और बसंती लाल के पास 140 ग्राम अफीम मिली।

बचने के लिए बताया खेत का पता

पकड़े गए दोनो बाइक सवार आरोपियों ने पुलिस की सख्ती से बचने के लिए खुद ही राज उगलना शुरू कर दिए। उन्होंने बताया कि अफीम का अवैध कारोबार करने के लिए ही वे दोनों (वकील और बसंतीलाल) नीमच जिले से खण्डवा के खालवा के गुलाई क्षेत्र पहुंचे थे। यहां दोनों ने गुलाई गांव के दो किसानों को मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर अफीम की फसल उगाने के लिए मना लिया था। दोनों आरोपियों ने ही पुलिस को साथ ले जाकर खेत में लगी अफीम की फसल का पता और खेत मालिकों के बारे में बताया।

पार्टनरशिप में नशे की खेती का कारोबार

पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने गुलाई के दो किसान विश्राम पिता मोतीलाल और रमेश पिता शंकर लाल को अफीम की खेती करना और इसके मोटे मुनाफे के बारे में बताया। साथ ही फसल से अफीम, डोडा निकालने की तरकीब भी सिखाई। चारों आरोपी पार्टनरशिप में इस अवैध कारोबार को कर रहे थे। फिलहाल पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इन सभी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/18 के तहत केस दर्ज किया है। 

पुलिस ने फसल काट जब्त की

पकड़े गए दोनों खेत मालिकों के खेत से पुलिस ने मक्के के पौधों के बीच में लगभग आधा बीघा खेत में लगी सवा तीन क्विंटल अफीम की फसल को खुद ही अपने हाथों से काटकर जब्त किया है, तो वहीं 45 किलो अफीम का डोडा, 250 ग्राम अफीम सहित एक मोटर साइकिल को भी जब्त किया। जब्त की गई अफीम की कीमत 25 हजार रुपये बताई गई है। पौधे, डोडा, बाइक समेत सभी जब्ती की कीमत कुल सवा 8 लाख रुपये पुलिस बता रही है।

यह हैं चारों आरोपी

पुलिस ने अफीम के इस अवैध कारोबार के मामले में वकील पिता दीपा चावड़ा (40) निवासी रगसपुरिया थाना कुकडेश्वर जिला नीमच, बसंतीलाल पिता हेमा डायमा (45) निवासी आमद थाना कुकडेश्वर जिला नीमच, विश्राम पिता मोतीलाल, रमेश पिता शंकरलाल दोनों निवासी गुलाई थाना खालवा को गिरफ्तार किया है।

निकल सकते हैं बड़े गिरोह से कनेक्शन

शनिवार की देर रात हुए इस खुलासे में यह बात भी निकलकर आ रही है कि शायद पुलिस को इस बात की खबर नहीं थी कि नीमच के दो व्यक्ति महीनों से खालवा इलाके में रह रहे हैं और अफीम का कारोबार कर रहे हैं। पुलिस ने खुद ही बताया कि दोनों आरोपियों को बाइक पर जाते हुए पकड़ा और इनके कब्जे से अफीम जब्त की गई। जिसके बाद इन्हीं दोनों ने खेत का पता और खेत मालिक की जानकारी दी। अफीम की खेती कब से हो रही थी और अब तक कितनी अफीम निकाली गई, उसे कहां और किसे बेचा गया इसके बारे में पुलिस को फिलहाल कुछ नहीं पता। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ कर इन सवालों के जबाव पता करने की कोशिश कर रहे हैं। आशंका है कि नीमच के दोनों आरोपी बड़े गिरोह से ताल्लुक रखते हैं, इनके आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। दूसरी ओर राजस्व विभाग से भी पता किया जा रहा है कि जिस खेत में अफीम की खेती हो रही थी उसमें कौन की फसल दर्ज है।

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