Hansraj College Veg vs Non Veg Issue: डीयू के हंसराज कॉलेज वेज बनाम नॉन-वेज की लड़ाई जानिए पूरा विवाद
Hansraj College Canteen Issue: दिल्ली में दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध हंसराज कॉलेज के कैंटीन में वेज और नॉन वेज परोसे जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, कोरोना महामारी के कारण हंसराज कॉलेज बंद कर दिया गया था। मार्च 2020 से ऑनलाइन क्लासेस शुरू हो गई थीं। अब कॉलेज फिर से खोला गया तो कुछ छात्रों ने कथित तौर पर शिकायत की कि कैंटीन और हॉस्टल में नॉनवेज नहीं परोसे जाने से दक्षिण भारतीय छात्रों को परेशानी आ रही है।
नॉनवेज मुद्दे पर हंसराज कॉलेज की प्रोफेसर का बयान
मामला सामने आने के बाद कॉलेज प्रबंधन भी सामने आया। हंसराज कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोफेसर रामा ने कहा, मुझे ठीक से याद नहीं है कि कब मांसाहारी भोजन परोसना बंद कर दिया गया था। 3-4 साल पहले की बात है, लेकिन कमेटी ने फैसला लेने से पहले छात्रों से बात की होगी और फिर नॉन-वेज खाना बंद करने का फैसला लिया होगा।
प्रो. रमा का दावा है कि केवल शाकाहारी भोजन परोसने के फैसले के खिलाफ प्रशासन को कोई शिकायत नहीं मिली है। किसी छात्र ने इसकी शिकायत नहीं की है। हमारे कॉलेज की कैंटीन में कभी भी मांसाहारी खाना नहीं परोसा जाता था। कोरोना महामारी के बाद छात्रावास में भी मांसाहारी भोजन परोसने की सुविधा बंद कर दी गई थी।
Veg vs Non Veg: आमने-सामने छात्र
हंसराज कॉलेज के द्वितीय वर्ष के छात्र अभय मौर्य का कहना है, ‘पहले मांसाहारी भोजन परोसा जाता था, लेकिन अचानक से नॉन-वेज और अंडे देना बंद कर दिया गया। जो छात्र दक्षिण भारत से आए हैं, उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि उन्हें नॉनवेज खाने की आदत होती है। मुझे लगता है कि जो छात्र नॉनवेज खाना चाहते हैं, उन्हें नॉनवेज खाना चाहिए।’
वहीं तीसरे वर्ष के एक छात्र ने कहा कि जो लोग शाकाहारी हैं, उन्हें मांसाहारी भोजन परोसने से समस्या होती है। छात्र सत्यनारायण ने कहा, ‘ज्यादातर छात्र शाकाहारी भोजन पसंद करते हैं। जो लोग मांसाहारी भोजन करते हैं वे शाकाहारी भोजन भी खा सकते हैं, लेकिन शाकाहारी केवल शाकाहारी भोजन ही खा सकते हैं।
Posted By: Arvind Dubey