Mysterious Cave of Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में प्राचीन काल के कई ऐतिहासिक स्थल हैं, जो अपने आप में बेहद खूबसूरत हैं. भारतीय इतिहास इतना समृद्ध है कि देश के हर हिस्से में एक से (Mysterious Cave of Chhattisgarh) बढ़कर एक ऐतिहासिक स्थल, प्राचीन किले और भव्य महल, गुफाएं और क्या-क्या नहीं है? जो देखने में बेहद खूबसूरत और लाजवाब लगते हैं. ऐसी ही एक कहानी खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले की है.
दरअसल, घने जंगलों में स्थित ऐतिहासिक मनदीप खोल गुफा साल में एक बार खुलती है। हर साल अक्षय तृतीया के पहले सोमवार को इस गुफा के कपाट एक दिन के लिए खोल दिए जाते हैं. ऐसा इस साल भी हुआ. इस दौरान अर्चना क्षेत्र की ठाकुरटोला रियासत के सदस्यों द्वारा गुफा में स्थित प्राचीन शिवलिंग का पूजन किया गया और बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचे.
एक ही नदी को 16 बार पार करना पड़ता है
सबसे खास बात यह है कि गुफा तक पहुंचने के लिए एक ही नदी को 16 बार पार करना पड़ता है. गुफा के कपाट साल में केवल एक बार खुलते हैं, जिससे अक्षय तृतीया के बाद सोमवार को बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे हैं.
शाही परिवार द्वारा बताए गए राज
राजपरिवार के सदस्यों ने बताया कि गुफा के अंदर कई राज छिपे हैं. गुफा में चमकदार पत्थर पाए जाते हैं और मीना बाजार, अजगर गुफा, चमगादड़ गुफा, श्वेत गंगा भी हैं.
राजपरिवार का कोई सदस्य ही पूजा करता है
शाही परिवार के सदस्यों ने बताया कि अक्षय तृतीया के बाद पहले सोमवार को उनका परिवार मनदीप खोल गुफा में प्रवेश करता है और गुफा में स्थापित शिवलिंग की पूजा करता है. साल में एक बार खुलने वाली इस गुफा में क्षेत्र की रियासत के शाही परिवार के सदस्य पीढ़ियों से पूजा करते आ रहे हैं.
किसी के पास उत्तर नहीं है
साल में सिर्फ एक बार ही क्यों खोला जाता है गुफा का दरवाजा? इसकी जानकारी किसी को नहीं है. लोगों के मुताबिक यहां पुरानी परंपरा का पालन किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचे.
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