‘मैं CM योगी को मारकर MP का डॉन बनना चाहता हूं’: जानिए सीएम के घर फोन कर धमकी देने वाले युवक ने बताया क्यों किया ऐसा
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MP youth threatens to kill CM Yogi: ‘मेरे ऊपर देवता का चक्कर है, जिसकी वजह से मेरा दिमाग मेरे वश में नहीं रहता। मैं एक बार पहले भी तीन दिन के लिए घर से गायब हो गया था। मैंने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को केवल प्रसिद्ध होने के लिए धमकी दी, लेकिन यह नहीं जानता था कि मेरी यह छोटी सी गलती इतनी बड़ी घटना का रूप ले लेगी। मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है।’
यह कहना है सुनील गुर्जर (21) का। सुनील ने दो दिन पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसे पकड़ने के लिए आगरा से एसटीएफ मुरैना आई थी। नरोत्तम सिंह गुर्जर के तीन बेटों में सबसे छोटा सुनील आठवीं तक पढ़ा है। पास के सरकारी स्कूल में पढ़ाई के बाद उसका मन पढ़ने में नहीं लगा। बजरंगबली का भक्त सुनील खेती-किसानी का काम करता है।
खेत में मोबाइल चलाते हुए दी धमकी
सुनील गुर्जर ने बताया कि वह खेत में मोबाइल चला रहा था, तभी सोशल मीडिया पर योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो देखा। उसने वीडियो में दिए गए नंबर पर कॉल किया तो सुरक्षा अधिकारी ने फोन उठाया। सुनील ने कहा कि वह योगी आदित्यनाथ को मारना चाहता है। कारण पूछने पर उसने कहा कि वह मध्य प्रदेश का डॉन बनना चाहता है। इस पर अधिकारी ने कहा कि तुम्हारा संदेश मोदी जी तक पहुंच जाएगा और फोन काट दिया।
सुनील के परिवार में माता-पिता नरोत्तम गुर्जर और गिरजा गुर्जर के अलावा तीन बेटे हैं। बड़े भाई दीपू गुर्जर की शादी हो चुकी है और उसके दो बेटे हैं। दीपू खेतीबाड़ी और ट्रैक्टर चलाता है। मझला भाई सोनू गुर्जर सेना में है। सबसे छोटा सुनील खेतीबाड़ी में बड़े भाई का हाथ बंटाता है। सोनू और सुनील अविवाहित हैं।
सुनील के पिता पांच भाइयों में तीसरे नंबर के हैं। बड़े चाचा पंजाब सिंह गुर्जर और चौथे चाचा सुभाष गुर्जर हैं, जो मिट्टी खोदने और ट्रैक्टर चलाने का काम करते हैं। दूसरे चाचा भैयालाल और सबसे छोटे चाचा का निधन हो चुका है।
4 घंटे थाने में रहा सुनील
घटना के बाद यूपी एसटीएफ की टीम मंगलवार शाम साढ़े सात बजे लखनऊ से मुरैना पहुंची। टीम ने महाराज सिंह पुरा में सुनील के घर पर दबिश दी। घर पर नहीं मिलने पर सिविल लाइन पुलिस को फोन पर सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने थाने के पास चौंदा टोल प्लाजा पर उसे पकड़ लिया और यूपी एसटीएफ को सौंप दिया। युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। टीम ने युवक के किसी आपराधिक गिरोह या आतंकी संगठन से संबंध होने की भी जांच की। सुनील गुर्जर 4 घंटे थाने में रहा। पूछताछ के बाद एसटीएफ ने सुनील को उसके चाचा सुभाष गुर्जर के हवाले कर दिया।
सिविल लाइन टीआई दर्शन लाल शुक्ला ने बताया कि आरोपी ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है। परिजनों का कहना है कि उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है, जिसके चलते उसने ऐसा कदम उठाया। एसटीएफ ने उसे परिजनों को सौंप दिया है।
मां बोली- कभी-कभी पागलों जैसी हरकतें करता है
सुनील की मां गिरिजा देवी ने बताया कि सुनील कभी-कभी पागलों जैसी हरकतें करता है। लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उनके बेटे के साथ इतनी बड़ी घटना हो जाएगी। सुनील के चचेरे भाई एदल सिंह गुर्जर ने बताया कि सुनील बजरंगबली का भक्त है। वह 3 साल पहले अचानक घर से भाग गया था। वह कर्नाटक चला गया था। पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में वह वापस आ गया। सुनील के चाचा ने बताया कि उनका भतीजा भोला है। उसका सीएम योगी के खिलाफ कुछ करने का कोई इरादा नहीं था। उसने सिर्फ अज्ञानता में ऐसा किया है।
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