हेलिकॉप्टर से बारात लेकर पहुंचा दूल्हा: बेटे ने पूछा था- पापा शादी में क्या अलग करोगे, पिता ने खर्च किए इतने लाख
MP Ujjain helicopter wedding procession groom: मध्यप्रदेश के उज्जैन में इलेक्ट्रिक बाइंडिंग का काम करने वाले का बेटा दुल्हन लेने हेलीकॉप्टर से महिदपुर पहुंचा। हेलीकॉप्टर देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। जब ग्रामीण इस अनोखी शादी में शामिल हुए तो सबकी निगाहें हेलीकॉप्टर पर टिकी रहीं। दूल्हे के पिता ने बारात ले जाने के लिए 11 लाख रुपए खर्च किए। करीब एक महीने तक अलग-अलग विभागों से अनुमति भी ली।
2 बसों और 50 कारों में सवार होकर पहुंचे बाराती
शाम 4 बजे दूल्हा, उसके माता-पिता, बहन और बहनोई हेलीकॉप्टर से उज्जैन से महिदपुर के लिए रवाना हुए। बाकी बारातियों के लिए दो बसों और 50 कारों का इंतजाम किया गया था।
उज्जैन के जगदीश माली श्रीराम मोटर बाइंडिंग, होटल अपना और तड़का बार के संचालक हैं। वे सांवरा खेड़ी में रहते हैं। उनके छोटे बेटे ऋतिक माली की शादी महिदपुर के पास भीमखेड़ा में रहने वाले तेजूलाल की बेटी आशा गुंडिया से हुई।
जगदीश माली ने कहा कि, बेटा छोटे बेटे की शादी में कुछ अलग करना चाहता था। इसलिए हमने हेलीकॉप्टर से बारात ले जाने का फैसला किया। सबसे पहले हमने दत्ता हवाई पट्टी पर संपर्क किया, उन्होंने हमें दिल्ली का एक नंबर दिया। वहां से हमने अहमदाबाद की एक इवेंट कंपनी एरोट्रेंस का नंबर लिया और फिर उनसे बात की। अब अहमदाबाद से हेलीकॉप्टर ने दूल्हे को लेकर शाम 4 बजे उड़ान भरी और फिर करीब 15 मिनट में महिदपुर में लड़की के घर पहुंच गया।
बेटे ने पूछा- पापा मेरी शादी में क्या अलग करोगे?
जगदीश माली ने बताया कि बड़े बेटे की शादी में भी हमने इस बारे में सोचा था, लेकिन उस समय व्यवस्था नहीं हो पाई। अब जब छोटे बेटे की शादी का समय आया तो बेटे ने पूछा कि पापा आप क्या अलग करोगे? इसके बाद हमने घर पर सबके साथ बैठकर फैसला किया कि हम ऋतिक की बारात हेलीकॉप्टर से ले जाएंगे।
हमने पुलिस विभाग, जिला प्रशासन, फायर, पीडब्ल्यूडी और अन्य से अनुमति ली। हमने उज्जैन के सांवरा खेड़ी और महिदपुर में दो हेलीपैड बनवाए। इन सब पर 3 लाख रुपए से ज्यादा खर्च हुए। साथ ही हेलीकॉप्टर सेवा देने वाली कंपनी को 8 लाख 79 हजार रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
शनिवार को दुल्हन लेकर बारात वापस उज्जैन आएगी
जब बारात हेलीकॉप्टर से महिदपुर पहुंची तो लड़की के घर के पास बने हेलीपैड पर भीड़ उमड़ पड़ी। यहां से दूल्हे के लिए गाड़ी की व्यवस्था की गई। महिदपुर के भीमाखेड़ा में भी हेलीपैड बनाया गया है।
यहां भी चार का गार्ड, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की व्यवस्था की गई थी। शुक्रवार शाम को जब बारात पहुंची तो गांव वालों ने मिलकर बारातियों का स्वागत किया। हाथी, घोड़े, चार बैंड, 50 कारों के साथ बारात निकाली गई। शनिवार सुबह 8 बजे बारात रवाना होगी। शनिवार सुबह हेलीकॉप्टर से दुल्हन को लेकर उज्जैन के सावराखेड़ी से उज्जैन पहुंचेगा।
Read More- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS