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खेलते समय पानी से भरे गड्ढे में डूबीं 3 बहनें, मौत: MP में सड़क निर्माण के लिए खोदा गया गड्ढा, फिसलकर गिरी, ठेकेदार पर केस दर्ज

MP Satna 3 sisters drowned in pit while playing death: एमपी के सतना में सड़क निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे में डूबने से तीन बहनों की मौत हो गई। लड़कियां फिसलकर पानी में गिर गईं। जब तक ग्रामीण उन्हें बचा पाते, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पुलिस ने ठेकेदार मान सिंह तोमर के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया है।

घटना शनिवार दोपहर जसो थाना क्षेत्र के रिछुल गांव की है। यहां एक महीने पहले सड़क निर्माण के लिए गड्ढा खोदा गया था। राजकुमार चौरसिया की बेटियां तान्या (8) और 5 साल की जुड़वा बहनें जाह्नवी और गौरी घर के पास खेल रही थीं। खेलते-खेलते वे गड्ढे में पहुंच गईं, जो पूरी तरह बारिश के पानी से भर गया था।

ग्रामीणों ने कहा- दोषियों को सजा मिलनी चाहिए

एक ही परिवार की तीन बच्चियों की मौत से गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों का आरोप है कि ये मौतें प्रशासन की लापरवाही और ठेकेदार की गैरजिम्मेदारी का नतीजा हैं। यह गड्ढा तीन महीने पहले ठेकेदार मान सिंह तोमर ने निर्माणाधीन नागौद-सलेहा बायपास के लिए खोदा था। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार ने गड्ढा खोदकर ऐसे ही छोड़ दिया, न तो कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया और न ही उसके आसपास कोई सुरक्षा इंतजाम किए गए। सरपंच संध्या उपाध्याय ने कहा कि ठेकेदार ने मिट्टी खोदने के लिए पंचायत से कोई अनुमति नहीं ली। वहीं, ठेकेदार का कहना है कि उसे शासन से अनुमति मिली है।

आम तोड़ने गई थीं तीनों बहनें

परिजनों ने बताया कि राजकुमार चौरसिया की बड़ी बेटी दो जुड़वां बेटियों के साथ तालाब पर आम तोड़ने गई थी। अवैध खनन के कारण तालाब के पास गड्ढा हो गया है, जिसमें काफी पानी भरा हुआ है। बताया जा रहा है कि आम तोड़ते समय एक लड़की गड्ढे में गिर गई। उसे बचाने के लिए दो और बहनें गड्ढे में उतर गईं, लेकिन तीनों डूब गईं।

परिजन ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग पर अड़े

तीनों लड़कियों की मौत से गुस्साए परिजन और ग्रामीण ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं। उनका कहना है कि जब तक कार्रवाई नहीं होती, वे शवों को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने देंगे। मौके पर एसडीएम जितेंद्र वर्मा, एडिशनल एसपी, टीआई, तहसीलदार मौजूद हैं। वे ग्रामीणों को समझा रहे हैं। एसडीएम ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देगा।

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