ट्रेन में लड़ाई और रेलवे स्टेशन पर कत्ल: नाबालिग की चाकू मारकर मर्डर, जानिए क्यों खून से सना कातिल का हाथ ?
MP Sagar Boy Murder at Railway Station Train Crime: सागर के मकरोनिया रेलवे स्टेशन के बाहर 15 साल के नाबालिग की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. इस हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. बताया जा रहा है कि ट्रेन में हुए विवाद के चलते नाबालिग की हत्या की गई है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया.
जानिए पूरा मामला
MP Sagar Boy Murder at Railway Station Train Crime: दरअसल, बुधवार को 15 वर्षीय हर्षवर्द्धन पिता राजेंद्र पथ दमोह जिले के पथरिया स्थित अपने नाना के घर पहुंचा था और देर शाम मेमो ट्रेन से सागर लौट रहा था।
MP Sagar Boy Murder at Railway Station Train Crime: सफर के दौरान ट्रेन में एक युवक गाली-गलौज कर रहा था. इसी बात को लेकर हर्षवर्द्धन की उससे बहस हो गई. जैसे ही हर्षवर्द्धन सागर मकरोनिया रेलवे स्टेशन से बाहर आया, ट्रेन में आरोपी लड़के ने हर्षवर्द्धन पर चाकू से हमला कर दिया।
MP Sagar Boy Murder at Railway Station Train Crime: स्टेशन के बाहर मौजूद लोगों ने जब यह देखा तो आरोपी भागने लगा, लेकिन लोगों ने उसे पकड़ लिया और पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया. कुछ ही देर में मकरोनिया पुलिस मौके पर पहुंच गई और आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान 15 साल के छात्र हर्ष वर्धन की मौत हो गई थी.
डर के मारे मकरोनिया स्टेशन पर उतर गया
MP Sagar Boy Murder at Railway Station Train Crime: जानकारी के मुताबिक, ट्रेन में विवाद के बाद बदमाशों की धमकी से हर्ष डर गया. उसे सागर स्टेशन पर उतरना था, लेकिन जान बचाने के लिए वह मकरोनिया में ही उतर गया।
पुलिस ने बताया
मकरोनिया सीएसपी नीलम चौधरी ने बताया कि मृतक का पथरिया से अपनी नानी के घर लौटते समय ट्रेन में आरोपियों से किसी बात पर विवाद हो गया था। इसी बात को लेकर आरोपियों ने मृतक हर्ष पाठक को चाकू मार दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने इस हत्या में इस्तेमाल चाकू को पास के नाले से बरामद कर लिया है.
प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं
MP Sagar Boy Murder at Railway Station Train Crime: इस घटना के सामने आने के बाद रेलवे प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि रेलवे पुलिस नशेड़ियों, जेबकतरों और ट्रेन से यात्रा करने वाले बदमाशों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती. पुलिस प्रशासन भी गांजा की खपत रोकने में विफल नजर आ रही है.
Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS