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कोई बैठे-बैठे मर गया, कोई सोया तो उठा ही नहीं: MP में 4 मौतों के पीछे की वजह बनी रहस्य, एक घर से चार अर्थियां उठीं

MP Rewa- Death of 4 people became a mystery: एमपी के रीवा शहर के वार्ड क्रमांक 9 स्थित निराला नगर में गुरुवार को 24 घंटे के अंदर एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। जो जिंदा थे, उन्हें अचानक उल्टी-दस्त होने लगे और जो बैठकर बातें कर रहे थे, उनकी मौके पर ही मौत हो गई। कुछ ने सोते हुए दम तोड़ दिया तो कुछ ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के सामने ही दम तोड़ दिया।

हालात ऐसे थे कि कुछ ही देर में एक घर से चार शव निकाले गए। इलाके में मातम है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि मौत की असली वजह क्या थी? उल्टी-दस्त, फूड प्वाइजनिंग या कुछ और? क्योंकि जिस खाने पर शक है, उसे सैकड़ों लोगों ने खाया था, फिर सिर्फ यही लोग बीमार क्यों पड़े? और सबसे बड़ा सवाल- चार मौतों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने पोस्टमार्टम तक नहीं कराया।

पहले पूरा मामला जान लीजिए

निराला नगर निवासी केमला कोल ने बताया कि 7 जून को उनके घर में नाती वीरेंद्र की शादी थी। शादी में शामिल होने के लिए सभी रिश्तेदार घर पर जुटे थे। बारात रीवा जिले के बहुरीबांध गई थी। बारात में शामिल होने के बाद सभी लोग सकुशल वापस लौट आए। तब किसी को कोई परेशानी नहीं हुई। पीड़ित परिवार के सदस्य ने बताया कि 10 जून की रात से ही लोगों की तबीयत खराब होने लगी और 11 जून की सुबह तक चार लोगों की मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक, निराला नगर निवासी केमला प्रसाद कोल के नाती की शादी थी। बारात 7 जून को गई और 8 जून को वापस लौटी। शादी के बाद भी कई रिश्तेदार घर पर ही रुके रहे। 9 जून को सबसे पहले राजकुमारी (35) पिता कमला प्रसाद कोल को उल्टी-दस्त की शिकायत पर संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया, राजकुमारी का अभी भी इलाज चल रहा है।

इसके बाद मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। राजकुमारी और तीन अन्य लोग संजय गांधी अस्पताल (एसजीएमएच) में भर्ती हैं। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

आरोप- देरी से पहुंची स्वास्थ्य टीम

24 घंटे में चार मौतों की खबर से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। वार्ड पार्षद ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी, जिसके बाद सीएमएचओ डॉ. संजीव शुक्ला ने टीम भेजी। आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम कई घंटे देरी से मौके पर पहुंची। टीम ने प्रभावित परिवारों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और पानी समेत अन्य जरूरी नमूने जांच के लिए लिए।

स्वास्थ्य विभाग की टीम में डॉ. डीके वर्मा, डॉ. केबी गौतम, चिकित्सा अधिकारी, फार्मासिस्ट, सहयोगी कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता, एएनएम, एमपीडब्ल्यू आदि शामिल थे। शाम को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रभावित बस्ती के लोगों को ओआरएस पाउडर और अन्य दवाएं बांटी।

एक के बाद एक तबीयत बिगड़ती चली गई

सबसे पहले मोलिया कोल को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद ज्योति कोल बीमार हो गई। फिर राजकुमारी कोल की तबीयत बिगड़ी। उसके बाद देवरती कोल, डेढ़ साल का आतिश और अंत में चोटनी कोल बीमार हो गई।

मृतक केमला प्रसाद के रिश्तेदार हैं

देवरती कोल – केमला प्रसाद कोल की मां

छोटानी कोल – केमला प्रसाद कोल की सगी चाचा

ज्योति कोल – केमला प्रसाद कोल की पोती

आतिश कोल – केमला प्रसाद कोल के साले का बेटा

मौतों का रहस्य, डॉक्टर भी हैरान

डॉक्टर भी हैरान हैं। सभी मृतकों को शुरू में उल्टी-दस्त की शिकायत थी। लेकिन हैरानी की बात यह है कि एक ही खाना सैकड़ों लोगों ने खाया था, फिर भी कुछ ही लोग बीमार पड़े। इस कारण इसे फूड पॉइजनिंग का मामला भी नहीं माना जा रहा है। अगर खाना खराब होता तो बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ जाते।

स्थिति इतनी गंभीर थी कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के सामने ही एक महिला की मौत हो गई। फिलहाल तीन लोग रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से एक महिला की किडनी बुरी तरह खराब बताई जा रही है।

परिजनों का कहना है कि सभी मृतक पूरी तरह स्वस्थ थे। किसी को पहले से कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। अचानक उल्टी-दस्त शुरू हो गए और एक-एक करके चारों की मौत हो गई। कारण क्या था – यह अभी भी रहस्य बना हुआ है।

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