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MP News: मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद के चेयरमैन बने विवेकसिंह, सामान्य सभा की बैठक में 16 सदस्यों ने दिया समर्थन

वकीलों की सबसे बड़ी संस्था मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद में अध्यक्ष पद को लेकर चल रही रस्साकसी रविवार क

वकीलों की सबसे बड़ी संस्था मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद में अध्यक्ष पद को लेकर चल रही रस्साकसी रविवार क
– फोटो : सोशल मीडिया

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वकीलों की सबसे बड़ी संस्था मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद में अध्यक्ष पद को लेकर चल रही रस्साकसी रविवार को समाप्त हो गई। डॉ. विजय चौधरी का दो वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद रविवार को 25 में से 16 सदस्यों ने सामान्य सभा की बैठक में उपस्थित होकर इंदौर के विवेक सिंह को अपना नया चेयरमैन चुना। उपाध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से आरके सिंह सैनी को निर्वाचित किया गया। नियमानुसार तरीके से पुरानी कमेटियों को भंग कर नई कमेटियों का पुनर्गठन किया गया है। उपस्थित सदस्यगणों ने हाल ही में गत दिवस कार्यकारिणी द्वारा शैलेन्द्र वर्मा को अध्यक्ष बनाने की निंदा करते हुए उसे अवैधानिक बताया।

उल्लेखनीय है कि मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद में चेयरमैन डॉ. विजय कुमार चौधरी का दो वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका था, जिस पर उन्होंने हाईकोर्ट में दायर याचिका वापस ले ली थी। जिसके बाद दूसरे पक्ष ने कार्यकारिणी की बैठक कर शैलेन्द्र वर्मा को अध्यक्ष घोषित कर दिया था, जिसे अवैधानिक बताते हुए परिषद के अन्य सदस्यगणों ने सामान्य सभा की बैठक पर निर्णय लेने की बात कही थी।

विवेक अध्यक्ष, सैनी उपाध्यक्ष
रविवार को हुई सामान्य सभा की बैठक में सदस्य शिवेन्द्र उपाध्याय ने विवेक सिंह का नाम अध्यक्ष के लिए प्रस्तावित किया, जिसका जगन्नाथ त्रिपाठी ने समर्थन किया और सभी उपस्थित सदस्यों ने अपना समर्थन दिया। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए सुनील गुप्ता ने आरके सिंह सैनी का नाम प्रस्तावित किया, जिसका प्रेम सिंह भदौरिया ने समर्थन किया। जिसके बाद सभी सदस्यों ने हाथ उठाकर अपना समर्थन दिया।

बैठक में ये रहे उपस्थित
सामान्य सभा की बैठक में 25 में से 16 सदस्य उपस्थित रहे। जिनमें नवनिर्वाचित चेयरमैन विवेक सिंह, उपाध्यक्ष आरके सिंह सैनी, सदस्य मनीष दत्त, डॉ. विजय कुमार चौधरी, मनीष तिवारी, सुनील गुप्ता, शिवेन्द्र उपाध्याय, जगन्नाथ त्रिपाठी, राजेश व्यास, राधेलाल गुप्ता, जयप्रकाश मिश्रा, प्रेम सिंह भदौरिया, दिनेश नारायण पाठक, राजेश कुमार पांडे, जितेन्द्र कुमार शर्मा व राजेश कुमार शुक्ला उपस्थित थे। वहीं 9 सदस्यगण बैठक में अनुपस्थित रहे।

5 सदस्यीय कार्यकारिणी समिति गठित
सामान्य सभा में मौजूद चेयरमैन विवेक सिंह की अनुमति से पांच सदस्यीय कार्यकारिणी समिति की गठन किया गया। जिसमें जितेन्द्र शर्मा, डीएन पाठक, राजेश व्यास, डॉ. विजय कुमार चौधरी, राजेश पांडे को नियुक्त किया गया है।

नामांकन समिति गठित
वहीं नामांकन समिति ए में मनीष तिवारी, राजेश शुक्ला, आरके सिंह सैनी को निर्वाचित किया गया। वहीं नामांकन समिति बी में प्रेम सिंह भदौरिया, राजेश व्यास व डीएन पाठक को नियुक्त किया गया है।

अनुशासन समिति में ये हुए निर्वाचित
एसबीसी की अनुशासन समिति ए में दिनेश नारायण पाठक, राजेश पांडे को निर्वाचित घोषित किया गया। वहीं मनोनीत सदस्य हेतु प्रमोद ठाकरे को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। वहीं अनुशासन समिति बी में मनीष तिवारी व आरके सिंह सैनी निर्वाचित हुए। वहीं सदन में मनोनीत सदस्य हेतु मणिकांत शर्मा को स्वीकार किया गया। वहीं इंदौर में अनुशासन समिति के लिए सुनील गुप्ता, डॉ. विजय कुमार चौधरी व मनोनीत सदस्य पर वरिष्ठ अधिवक्ता एलएन सोनी को चुना गया। वहीं ग्वालियर के लिए जय प्रकाश मिश्रा, राजेश कुमार शुक्ला व मनोनीत सदस्य के लिए अधिवक्ता नवल गुप्ता को चुना गया। इसके साथ ही वित्त समिति, भवन समिति, पुस्तकालय समिति सहित अन्य समितियों का गठन किया गया।

विस्तार

वकीलों की सबसे बड़ी संस्था मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद में अध्यक्ष पद को लेकर चल रही रस्साकसी रविवार को समाप्त हो गई। डॉ. विजय चौधरी का दो वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद रविवार को 25 में से 16 सदस्यों ने सामान्य सभा की बैठक में उपस्थित होकर इंदौर के विवेक सिंह को अपना नया चेयरमैन चुना। उपाध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से आरके सिंह सैनी को निर्वाचित किया गया। नियमानुसार तरीके से पुरानी कमेटियों को भंग कर नई कमेटियों का पुनर्गठन किया गया है। उपस्थित सदस्यगणों ने हाल ही में गत दिवस कार्यकारिणी द्वारा शैलेन्द्र वर्मा को अध्यक्ष बनाने की निंदा करते हुए उसे अवैधानिक बताया।

उल्लेखनीय है कि मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद में चेयरमैन डॉ. विजय कुमार चौधरी का दो वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका था, जिस पर उन्होंने हाईकोर्ट में दायर याचिका वापस ले ली थी। जिसके बाद दूसरे पक्ष ने कार्यकारिणी की बैठक कर शैलेन्द्र वर्मा को अध्यक्ष घोषित कर दिया था, जिसे अवैधानिक बताते हुए परिषद के अन्य सदस्यगणों ने सामान्य सभा की बैठक पर निर्णय लेने की बात कही थी।

विवेक अध्यक्ष, सैनी उपाध्यक्ष

रविवार को हुई सामान्य सभा की बैठक में सदस्य शिवेन्द्र उपाध्याय ने विवेक सिंह का नाम अध्यक्ष के लिए प्रस्तावित किया, जिसका जगन्नाथ त्रिपाठी ने समर्थन किया और सभी उपस्थित सदस्यों ने अपना समर्थन दिया। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए सुनील गुप्ता ने आरके सिंह सैनी का नाम प्रस्तावित किया, जिसका प्रेम सिंह भदौरिया ने समर्थन किया। जिसके बाद सभी सदस्यों ने हाथ उठाकर अपना समर्थन दिया।

बैठक में ये रहे उपस्थित

सामान्य सभा की बैठक में 25 में से 16 सदस्य उपस्थित रहे। जिनमें नवनिर्वाचित चेयरमैन विवेक सिंह, उपाध्यक्ष आरके सिंह सैनी, सदस्य मनीष दत्त, डॉ. विजय कुमार चौधरी, मनीष तिवारी, सुनील गुप्ता, शिवेन्द्र उपाध्याय, जगन्नाथ त्रिपाठी, राजेश व्यास, राधेलाल गुप्ता, जयप्रकाश मिश्रा, प्रेम सिंह भदौरिया, दिनेश नारायण पाठक, राजेश कुमार पांडे, जितेन्द्र कुमार शर्मा व राजेश कुमार शुक्ला उपस्थित थे। वहीं 9 सदस्यगण बैठक में अनुपस्थित रहे।

5 सदस्यीय कार्यकारिणी समिति गठित

सामान्य सभा में मौजूद चेयरमैन विवेक सिंह की अनुमति से पांच सदस्यीय कार्यकारिणी समिति की गठन किया गया। जिसमें जितेन्द्र शर्मा, डीएन पाठक, राजेश व्यास, डॉ. विजय कुमार चौधरी, राजेश पांडे को नियुक्त किया गया है।

नामांकन समिति गठित

वहीं नामांकन समिति ए में मनीष तिवारी, राजेश शुक्ला, आरके सिंह सैनी को निर्वाचित किया गया। वहीं नामांकन समिति बी में प्रेम सिंह भदौरिया, राजेश व्यास व डीएन पाठक को नियुक्त किया गया है।

अनुशासन समिति में ये हुए निर्वाचित

एसबीसी की अनुशासन समिति ए में दिनेश नारायण पाठक, राजेश पांडे को निर्वाचित घोषित किया गया। वहीं मनोनीत सदस्य हेतु प्रमोद ठाकरे को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। वहीं अनुशासन समिति बी में मनीष तिवारी व आरके सिंह सैनी निर्वाचित हुए। वहीं सदन में मनोनीत सदस्य हेतु मणिकांत शर्मा को स्वीकार किया गया। वहीं इंदौर में अनुशासन समिति के लिए सुनील गुप्ता, डॉ. विजय कुमार चौधरी व मनोनीत सदस्य पर वरिष्ठ अधिवक्ता एलएन सोनी को चुना गया। वहीं ग्वालियर के लिए जय प्रकाश मिश्रा, राजेश कुमार शुक्ला व मनोनीत सदस्य के लिए अधिवक्ता नवल गुप्ता को चुना गया। इसके साथ ही वित्त समिति, भवन समिति, पुस्तकालय समिति सहित अन्य समितियों का गठन किया गया।

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