स्लाइडर

MP News: सतना के दो गरीब परिवारों पर टूटा आफत का पहाड़, जहरीला चावल खाने से मर गई बकरियां

ख़बर सुनें

सतना में दो गरीब परिवारों पर आफत टूट पड़ी है। उनके रोजगार का एकमात्र साधन था बकरियां। गांव में जहरीला चावल खाने से उनकी यह बकरियां मर गई हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मामला सतना जिले के लखनवाह ग्राम का है। मुलाजिम आदिवासी और भनगुट यादव का रोजगार बकरी पालन से चल रहा था। शुक्रवार को उन्होंने यूरिया मिला चावल खा लिया। इससे अब तक नौ बकरियों की मौत हो चुकी है। वेटरनरी डॉक्टर भी कुछ मदद नहीं कर सके। जब तक पहुंचते, तब तक बकरियों की स्थिति बद से बदतर हो चुकी थी।

पता चला है कि यूरिया मिला चावल गांव के शासकीय उचित मूल्य दुकान के बाहर किसी ने फेंक दिया था। इन्हें बकरियों ने खा लिया और तड़प-तड़पकर जान दे दी। मुलाजिम आदिवासी की पांच और भुनगुट यादव की चार बकरियों की मौत हो चुकी है। इस हादसे के बाद पूरा परिवार सदमे में है। यह उनकी आजीविका का एकमात्र साधन था, जो उनसे छीन गया है। पुलिस को शिकायत की गई है। वह इस मामले की जांच कर रही है।

विस्तार

सतना में दो गरीब परिवारों पर आफत टूट पड़ी है। उनके रोजगार का एकमात्र साधन था बकरियां। गांव में जहरीला चावल खाने से उनकी यह बकरियां मर गई हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मामला सतना जिले के लखनवाह ग्राम का है। मुलाजिम आदिवासी और भनगुट यादव का रोजगार बकरी पालन से चल रहा था। शुक्रवार को उन्होंने यूरिया मिला चावल खा लिया। इससे अब तक नौ बकरियों की मौत हो चुकी है। वेटरनरी डॉक्टर भी कुछ मदद नहीं कर सके। जब तक पहुंचते, तब तक बकरियों की स्थिति बद से बदतर हो चुकी थी।

पता चला है कि यूरिया मिला चावल गांव के शासकीय उचित मूल्य दुकान के बाहर किसी ने फेंक दिया था। इन्हें बकरियों ने खा लिया और तड़प-तड़पकर जान दे दी। मुलाजिम आदिवासी की पांच और भुनगुट यादव की चार बकरियों की मौत हो चुकी है। इस हादसे के बाद पूरा परिवार सदमे में है। यह उनकी आजीविका का एकमात्र साधन था, जो उनसे छीन गया है। पुलिस को शिकायत की गई है। वह इस मामले की जांच कर रही है।

Source link

Show More
Back to top button