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MP News: एमपी चिकित्सक संघ का आंदोलन कल से, 17 फरवरी को इमरजेंसी समेत पूरी सेवाएं बंद रहेगी

अलग-अलग जिलों में डॉक्टरोंं ने अस्पताल और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को ज्ञापन सौंपा

अलग-अलग जिलों में डॉक्टरोंं ने अस्पताल और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को ज्ञापन सौंपा
– फोटो : अमर उजाला

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मध्य प्रदेश चिकित्सक महासंघ ने तीन दिवसीय आंदोलन को लेकर रूपरेखा तय कर ली हें। संघ का बुधवार से आंदोलन शुरू होगा। 17 फरवरी को इमरजेंसी समेत पूरी सेवाएं बंद रहेगी। इसको लेकर 45 जिलों के अस्पताल समेत सभी मेडिकल कॉलेजों ने प्रशासन को 16 और 17 फरवरी को वैकल्पिक व्यवस्था करने ज्ञापन सौंपा हैं। 

 

मध्य प्रदेश शासकीय/स्वशासी चिकित्सक महासंघ के मुख्य संयोजक डॉ. राकेश मालवीय ने बताया कि महासंघ की बैठक में 15-16-17 फरवरी के आंदोलन के लिए महासंघ की रूप रेखा तय की गई हैं। 15 फरवरी को प्रदेश के 10 हजार चिकित्सक गलत नीतियों के विरोध में सुबह 8 बजे से शाम तक काली पट्टी बांध कर काम करेगें। 16 फरवरी को सुबह 10  बजे से 12 बजे तक कार्य बंद किया जाएगा, जिसमे रूटीन कार्य (ओपीडी, आईपीडी, ऑपरेशन, पठन – पाठन ,एमएलसी, पोस्टमार्टम) बंद किये जाएंगे तथा केवल जीवन रक्षक इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेगी | सभी सदस्यों को अस्पताल के बाहर काली पट्टी के साथ टेंट- माइक लगाकर बैठने के लिए निर्देशित किया है।

 

17 फरवरी से पूरी तरह काम बंद

संघ ने तय किया है कि 17 फरवरी को सुबह 8 बजे से संपूर्ण रूप से कार्य बंद किया जाएगा, जिसमे रूटीन कार्य जैसे ओपीडी,  इन–डोर,  वार्ड राउंड  इत्यादि तथा इमरजेंसी, एमएलसी, पोस्टमार्टम सेवाएं भी बाधित रहेगी। बैठक में निर्णय लिया गया है कि शैक्षणिक, NMC निरीक्षण , NABH निरीक्षण, काउंसलिंग इत्यादि में भाग नहीं लिया जाएगा।

 

सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन

महासंघ आंदोलन, सरकार का डॉक्टर्स के हितो के प्रति उदासीनता, न्यूनतम संसाधनों में कार्य करवाने की नीति ( मानव संसाधन  तथा अन्य संसाधन ) जिसका सीधा असर मरीजों और चिकित्सीय छात्रों पर पड़ता है, तथा  चिकित्सकों के प्रति असंवेदनशीलता के विरुद्ध, चिकित्सक महासंघ ने आंदोलन का निर्णय लिया है। इससे पहले चिकित्सक संपर्क यात्रा संघ की तरफ से निकाली गई थी।  

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