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MP News: इंदौर के बड़े मॉल में आतंकियों की तलाश, दिन भर शहर में मची रही हलचल, पुलिस बल पर पथराव

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में मंगलवार (6 सितंबर) को दिन भर हलचल मची रही। डीआरपी लाइन में दंगे का नजारा था। पुलिस के जवान अपने ही पुलिसकर्मियों पर पथराव कर रहे थे। इस स्थिति से बचने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। यह नजारा देखने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

डीआरपी लाइन मैदान पर हुई बलवा परेड में दो अलग-अलग टुकड़ियां बनाई गई थीं। एक में दंगाई पार्टी और दूसरे को पुलिस पार्टी नाम दिया था। दंगाइयों की तरफ से पुलिस पर जमकर पथराव किया गया। इसके बाद लाउडस्पीकर पर एलान कर उन्हें पीछे हटने की चेतावनी दी। नहीं मानने पर पुलिसकर्मियों ने आंसू गैस का प्रयोग किया। इसके बाद दंगाई तितर-बितर होने लगे, तब पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया।

दंगा क्षेत्र में पुलिस ने वाटर कैनन, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की भी व्यवस्था की थी। इसके बाद दंगाइयों को पकड़कर जेल वाहन भी तैनात किया गया था। इसमें कई दंगाइयों को पकड़कर भरा जा रहा था। नजारा बिल्कुल वैसा ही था, जैसा हकीकत में दंगा क्षेत्र में नजर आता है।

बताते चलें, अनंत चतुर्दशी और नवरात्र से पहले पुलिस बल को पूरी तरह से मुस्तैद करने के लिए इस ड्रिल का आयोजन किया गया था। तीन दिन बाद ही शहर में अनंत चतुर्दशी के मौके पर बड़ा चल समारोह निकाला जाता है, जिसमें लाखों लोग एकत्रित होते हैं।

शहर के महात्मा गांधी मार्ग स्थित सी-21 मॉल में भी ऐसा ही नजारा था, जिन्हें नहीं पता था कि यह मॉक ड्रिल हो रही है, वे थोड़ी देर के लिए सहम गए थे। सी-21 मॉल में एटीएस भोपाल, इंदौर पुलिस और बम डिस्पोजल स्क्वाड संयुक्त रूप से मोर्चा संभाले हुई थी। एटीएस के कमांडो ने हर एक कमरे की तलाशी ली। यह टीम किसी भी प्रकार की आतंकी घटनाओं से लड़ने के लिए तैयार रहती है।

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मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में मंगलवार (6 सितंबर) को दिन भर हलचल मची रही। डीआरपी लाइन में दंगे का नजारा था। पुलिस के जवान अपने ही पुलिसकर्मियों पर पथराव कर रहे थे। इस स्थिति से बचने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। यह नजारा देखने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

डीआरपी लाइन मैदान पर हुई बलवा परेड में दो अलग-अलग टुकड़ियां बनाई गई थीं। एक में दंगाई पार्टी और दूसरे को पुलिस पार्टी नाम दिया था। दंगाइयों की तरफ से पुलिस पर जमकर पथराव किया गया। इसके बाद लाउडस्पीकर पर एलान कर उन्हें पीछे हटने की चेतावनी दी। नहीं मानने पर पुलिसकर्मियों ने आंसू गैस का प्रयोग किया। इसके बाद दंगाई तितर-बितर होने लगे, तब पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया।

दंगा क्षेत्र में पुलिस ने वाटर कैनन, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की भी व्यवस्था की थी। इसके बाद दंगाइयों को पकड़कर जेल वाहन भी तैनात किया गया था। इसमें कई दंगाइयों को पकड़कर भरा जा रहा था। नजारा बिल्कुल वैसा ही था, जैसा हकीकत में दंगा क्षेत्र में नजर आता है।

बताते चलें, अनंत चतुर्दशी और नवरात्र से पहले पुलिस बल को पूरी तरह से मुस्तैद करने के लिए इस ड्रिल का आयोजन किया गया था। तीन दिन बाद ही शहर में अनंत चतुर्दशी के मौके पर बड़ा चल समारोह निकाला जाता है, जिसमें लाखों लोग एकत्रित होते हैं।

शहर के महात्मा गांधी मार्ग स्थित सी-21 मॉल में भी ऐसा ही नजारा था, जिन्हें नहीं पता था कि यह मॉक ड्रिल हो रही है, वे थोड़ी देर के लिए सहम गए थे। सी-21 मॉल में एटीएस भोपाल, इंदौर पुलिस और बम डिस्पोजल स्क्वाड संयुक्त रूप से मोर्चा संभाले हुई थी। एटीएस के कमांडो ने हर एक कमरे की तलाशी ली। यह टीम किसी भी प्रकार की आतंकी घटनाओं से लड़ने के लिए तैयार रहती है।

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