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MP News: सीएम शिवराज ने बताया रामराज्य का मतलब, मंत्रियों-अधिकारियों को दिलाए संकल्प

सीएम शिवराज ने दीपावली के दिन मंत्रियों-अधिकारियों को वर्चुअली संबोधित किया।

सीएम शिवराज ने दीपावली के दिन मंत्रियों-अधिकारियों को वर्चुअली संबोधित किया।
– फोटो : सोशल मीडिया

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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दीपावली के अवसर पर जनता के साथ ही मंत्रियों और अधिकारियों से वर्चुअली संवाद किया। इस दौरान उन्होंने सुशासन और रामराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए संकल्प भी दिलाए। लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति की समीक्षा भी की और हर जरूरी सुधार को अमल में लाने के निर्देश भी दिए।

सीएम शिवराज ने कहा कि जितने भी विभागीय अधिकारी, कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी, एसपी यहां बैठे हैं, वे ध्यान दें कि नीचे के अमले की मॉनिटरिंग कैसे हो और सिस्टम कैसे बदले, जिससे कि करप्शन कि कहीं कोई गुंजाइश ही न बचे। आज दिवाली के दिन हमको यह संकल्प लेना होगा कि बिना किसी परेशानी के, बिना लिए दिए समय सीमा पर विभाग की योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित करना है यह संकल्प है हमारा। मध्य प्रदेश अनेक प्रयास कर रहा है लेकिन दृढ़ संकल्पित होकर जो गड़बड़ें होती हैं उनको किसी भी हालत में रोकना है, खत्म करना है।

सीएम ने कहा कि अगर कोई नहीं माने तो सजा दिलवाना है छोड़ना नहीं है, तभी तो रामराज्य जैसी कल्पना का कोई अर्थ है। इसीलिए गुड गवर्नेंस, गुड गवर्नेंस, गुड गवर्नेंस पर जोर देना है, गुड गवर्नेंस हमारा टारगेट है। गुड गवर्नेंस का मतलब है बिना किसी परेशानी के समय पर सेवाओं का लाभ मिलना। सीएम जनसेवा से यह काम काफी आसान हुआ है, लेकिन फिर भी अगर कहीं गड़बड़ हो सकती है तो हम उन चीजों पर नजर रखें। ये कलेक्टर, एसपी की भी ड्यूटी है और इसकी शुरुआत हमसे ही करनी पड़ेगी। कहीं से भी कोई गुंजाइश ही न रहने दें, इसलिए यह हमारा एक संकल्प है पूरा।

शिवराज ने कहा कि सीएम जन सेवा अभियान हमने चलाया, अद्भुत चला। मैं उसके लिए सभी लोगों को बधाई देता हूं। 68 लाख नए लोग हम जोड़ चुके हैं जिनको सेवाओं का लाभ नहीं मिलता था और यह संख्या 75 लाख तक जाएगी। लेकिन उस अभियान के कारण जो पात्र लाभार्थी रह गए थे हमने उनको व्यापक पैमाने पर जोड़ा है। शहरों में कई जगह घर-घर भी अभियान चला है। कोई व्यक्ति दफ्तरों में चक्कर नहीं लगाएगा। सरकार उसके द्वार पर सुविधाएं देने जाएगी। लोकतंत्र में सरकार मतलब जनता की सेवा का माध्यम। मैं प्रथम सेवक प्रदेश का और आप सब भी सेवक हैं। तो आगे बचा हुआ जो समय है 31 अक्टूबर तक का, दो-तीन दिन अपने दीपावली के महापर्व में जाएगा। जनता भी व्यापक पैमाने पर त्यौहार मनाती है, लेकिन उसके बाद भी 28, 29, 30, 31 चार दिन हैं। जहां कसर रह गई हो उस कसर को पूरा करने का प्रयास हमें करना है। 

शिवराज ने कहा कि रामराज्य का मतलब क्या तो तुलसीदास जी ने बड़े सरल शब्दों में दो पंक्तियों में कहा, दैहिक दैविक भौतिक तापा। राम राज काहुहि नहिं ब्यापा॥
दैहिक मतलब शारीरिक कष्ट, दैविक मतलब प्राकृतिक आपदाएं और भौतिक मतलब आप यह मान लीजिये रोटी, कपड़ा, मकान, पढ़ाई-लिखाई, दवाई और बाकी सुविधाएं ताकि जनता को कोई असुविधा ना हो. तो रामराज हमारा आदर्श है। इसलिए मुझे लगा कि दीपावली के दिन ही हम जो प्रयत्न कर रहे हैं उन प्रयत्नों को और आगे बढ़ाते हुए और बेहतर क्या करने का हम संकल्प ले सकते हैं। इसलिए आज मैंने आप सबको दीपावली के संकल्प के लिए जोड़ा है।
 

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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दीपावली के अवसर पर जनता के साथ ही मंत्रियों और अधिकारियों से वर्चुअली संवाद किया। इस दौरान उन्होंने सुशासन और रामराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए संकल्प भी दिलाए। लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति की समीक्षा भी की और हर जरूरी सुधार को अमल में लाने के निर्देश भी दिए।

सीएम शिवराज ने कहा कि जितने भी विभागीय अधिकारी, कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी, एसपी यहां बैठे हैं, वे ध्यान दें कि नीचे के अमले की मॉनिटरिंग कैसे हो और सिस्टम कैसे बदले, जिससे कि करप्शन कि कहीं कोई गुंजाइश ही न बचे। आज दिवाली के दिन हमको यह संकल्प लेना होगा कि बिना किसी परेशानी के, बिना लिए दिए समय सीमा पर विभाग की योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित करना है यह संकल्प है हमारा। मध्य प्रदेश अनेक प्रयास कर रहा है लेकिन दृढ़ संकल्पित होकर जो गड़बड़ें होती हैं उनको किसी भी हालत में रोकना है, खत्म करना है।

सीएम ने कहा कि अगर कोई नहीं माने तो सजा दिलवाना है छोड़ना नहीं है, तभी तो रामराज्य जैसी कल्पना का कोई अर्थ है। इसीलिए गुड गवर्नेंस, गुड गवर्नेंस, गुड गवर्नेंस पर जोर देना है, गुड गवर्नेंस हमारा टारगेट है। गुड गवर्नेंस का मतलब है बिना किसी परेशानी के समय पर सेवाओं का लाभ मिलना। सीएम जनसेवा से यह काम काफी आसान हुआ है, लेकिन फिर भी अगर कहीं गड़बड़ हो सकती है तो हम उन चीजों पर नजर रखें। ये कलेक्टर, एसपी की भी ड्यूटी है और इसकी शुरुआत हमसे ही करनी पड़ेगी। कहीं से भी कोई गुंजाइश ही न रहने दें, इसलिए यह हमारा एक संकल्प है पूरा।

शिवराज ने कहा कि सीएम जन सेवा अभियान हमने चलाया, अद्भुत चला। मैं उसके लिए सभी लोगों को बधाई देता हूं। 68 लाख नए लोग हम जोड़ चुके हैं जिनको सेवाओं का लाभ नहीं मिलता था और यह संख्या 75 लाख तक जाएगी। लेकिन उस अभियान के कारण जो पात्र लाभार्थी रह गए थे हमने उनको व्यापक पैमाने पर जोड़ा है। शहरों में कई जगह घर-घर भी अभियान चला है। कोई व्यक्ति दफ्तरों में चक्कर नहीं लगाएगा। सरकार उसके द्वार पर सुविधाएं देने जाएगी। लोकतंत्र में सरकार मतलब जनता की सेवा का माध्यम। मैं प्रथम सेवक प्रदेश का और आप सब भी सेवक हैं। तो आगे बचा हुआ जो समय है 31 अक्टूबर तक का, दो-तीन दिन अपने दीपावली के महापर्व में जाएगा। जनता भी व्यापक पैमाने पर त्यौहार मनाती है, लेकिन उसके बाद भी 28, 29, 30, 31 चार दिन हैं। जहां कसर रह गई हो उस कसर को पूरा करने का प्रयास हमें करना है। 

शिवराज ने कहा कि रामराज्य का मतलब क्या तो तुलसीदास जी ने बड़े सरल शब्दों में दो पंक्तियों में कहा, दैहिक दैविक भौतिक तापा। राम राज काहुहि नहिं ब्यापा॥

दैहिक मतलब शारीरिक कष्ट, दैविक मतलब प्राकृतिक आपदाएं और भौतिक मतलब आप यह मान लीजिये रोटी, कपड़ा, मकान, पढ़ाई-लिखाई, दवाई और बाकी सुविधाएं ताकि जनता को कोई असुविधा ना हो. तो रामराज हमारा आदर्श है। इसलिए मुझे लगा कि दीपावली के दिन ही हम जो प्रयत्न कर रहे हैं उन प्रयत्नों को और आगे बढ़ाते हुए और बेहतर क्या करने का हम संकल्प ले सकते हैं। इसलिए आज मैंने आप सबको दीपावली के संकल्प के लिए जोड़ा है।

 

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