MP News: सीएम ने आदिवासी छात्राओं के यौन शोषण मामले में डिंडोरी SP संजय सिंह को हटाया, संजीव नए पुलिस अधीक्षक
मध्य प्रदेश का वल्लभ भवन (भोपाल)
– फोटो : अमर उजाला
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मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले के मिशनरी स्कूल की आदिवासी छात्राओं के यौन शोषण मामले में पुलिस अधीक्षक संजय सिंह को को हटा दिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने होली के दिन एसपी को लापरवाही बरतने के के चलते हटाने के निर्देश जारी किए। जिले का नया एसपी संजीव कुमार सिन्हा को बनाया गया है।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने विगत दिनों डिंडोरी में मिशनरी स्कूल के छात्रावास में हुए दुखद घटनाक्रम के परिप्रेक्ष्य में डिंडोरी एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं।
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) March 8, 2023
डिंडोरी जिले के मिशनरी स्कूल की आठ छात्राओं के यौन शोषण मामले में लापरवाही बरतने पर एसपी पर गाज गिरी है। दरअसल यौन शोषण मामले में स्कूल के प्रिंसिपल मान सिंह यादव पर एफआईआर होने के बावजूद पुलिस ने थाने से छोड़ दिया था। इस मामले में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने ट्वीट कर नाराजगी जताई थी। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा। फिर पुलिस ने मान सिंह यादव को दोबारा गिरफ्तार किया और समनापुर के थाना प्रभारी विजय पटले को एसपी ने संस्पेड कर दिया गया। इस मामले में अभी स्कूल का प्रबंधक शान, शिक्षक खेमचंद और सिस्टर सविता फरार है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एसपी संजय सिंह को हटाने के निर्देश दिये। इसकी सीएम ने ट्वीट कर खुद जानकारी दी। इसके बाद गृह विभाग ने एसपी को हटा कर पुलिस मुख्यालय में पदस्थ किया है। वहीं, मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के पद पर पदस्थ संजीव कुमार सिंन्हा को डिंडोरी जिले का नया एसपी बनाया गया है।
क्या है मामला
डिंडौरी जिले के समनापुर थाना क्षेत्र के जुनवानी गांव में संचालित जेडीईएस मिशनरी स्कूल की आठ छात्राओं के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया था। स्कूल के छात्रावास में रहने वाली आठ छात्राओं में जिला बाल कल्याण अध्यक्ष के दौरे के समय उनके यौन उत्पीड़न की जानकारी दी थी। छात्राओं ने बताया था कि प्रिंसिपल मान सिंह यादव ओर शिक्षक खेमचंद अकेले में उनके बुलाकर अश्लील हरकत करते है। इसकी शिकायत स्कूल के प्रबंधक शान से करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। वहीं, सिस्टर सविता शिकायत करने पर उनके साथ मारपीट करती है। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने स्कूल संचालक, प्राचार्य, शिक्षक, प्रबंधक टीचर के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।