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7 घंटे तक बंधक बनी रही MP पुलिस: फोर्स ने पहुंचकर छुड़ाया, ग्रामीणों ने किया पथराव, पुलिस ने लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले दागे

MP Neemuch Police remained hostage for 7 hours: मध्यप्रदेश के नीमच जिले में बुधवार को ग्रामीणों ने पुलिस टीम को करीब 7 घंटे तक बंधक बनाए रखा। रात करीब 11 बजे मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने जब अपने साथी पुलिसकर्मियों और दोनों पुलिस वाहनों को बाहर निकालने की कोशिश की तो लोगों ने विरोध करते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागे। पुलिस ने किसी तरह अपने साथी पुलिसकर्मियों और दोनों वाहनों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाया।

एएसपी नवल सिंह सिसोदिया ने बताया कि, वाहनों को बाहर निकालने के दौरान ग्रामीणों ने झगड़ा किया और कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की। ग्रामीणों ने पथराव किया। इस दौरान पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए करीब 10-12 राउंड आंसू गैस के गोले दागे। ग्रामीणों द्वारा किए गए पथराव में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनका मेडिकल कराया जा रहा है। कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इससे पहले पुलिस के आला अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाया, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे। मनासा विधायक अनिरुद्ध माधव मारू ने करीब एक से डेढ़ घंटे तक ग्रामीणों को समझाया। इसके बाद वे भी मौके से चले गए।

तस्करी मामले की जांच करने पहुंची थी टीम

यह मामला जिले के मनासा थाना क्षेत्र के चौकड़ी गांव का है। बुधवार शाम करीब 4 बजे पुलिस यहां तस्करी मामले की जांच करने पहुंची थी। जिसे ग्रामीणों ने घेर लिया। लोगों ने पुलिस की गाड़ियों के आगे जेसीबी खड़ी कर दी। बाद में सूचना पर आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।

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दरअसल, जिले की सिंगोली थाना पुलिस ने सोमवार रात झांतला गांव के पास चौकड़ी गांव के नीलेश (उम्र 24 साल) पुत्र श्यामलाल को 54.3 किलो डोडाचूरा के साथ पकड़ा था। इस मामले में आगे की जांच के लिए पुलिस टीम आरोपी को लेकर चौकड़ी गांव पहुंची थी।

30 किलो मादक पदार्थ को 54 किलो बताया

ग्रामीणों का आरोप है कि पकड़े गए युवक के पास 30 किलो अवैध मादक पदार्थ था, लेकिन पुलिस ने इसकी मात्रा बढ़ाकर 54 किलो कर दी। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि पुलिस उन्हें झूठे मामलों में फंसा रही है। मादक पदार्थ तस्करी के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

आरोपियों को लेकर तीन वाहनों में पहुंची थी पुलिस

घटना की शुरुआत शाम करीब 4 बजे हुई जब सिंगोली पुलिस सोमवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी को लेकर तीन वाहनों से गांव पहुंची। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस वाहन को घेरना शुरू कर दिया। स्थिति को भांपते हुए एक पुलिस वाहन आरोपी को लेकर चला गया, लेकिन ग्रामीणों ने दो वाहनों को रोक लिया। दोनों वाहनों में सिंगोली थाना प्रभारी समेत करीब 10 से 12 पुलिसकर्मी सवार थे।

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जेसीबी लगाकर दो पुलिस वाहनों को रोका गया

ग्रामीणों ने दोनों पुलिस वाहनों के आगे जेसीबी खड़ी कर दी थी। वाहनों में पुलिसकर्मी बैठे रहे। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल थीं।

पुलिस अधिकारी और विधायक मौके पर पहुंचे

हंगामे की सूचना मिलते ही एएसपी नवल सिंह सिसोदिया, एसडीओपी विमलेश उइके समेत अन्य थानों का बल मौके पर पहुंचा। मनासा विधायक अनिरुद्ध माधव मारू भी गांव पहुंचे। ग्रामीण एसपी को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। वह उनसे चर्चा करना चाहते थे।

अवैध मादक पदार्थ नष्ट करती पुलिस

एडिशनल एसपी नवल सिंह सिसोदिया का कहना है कि कुछ नामजद बदमाशों और कुछ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है। फिलहाल 77 टन अवैध मादक पदार्थ नष्ट करने के लिए पुलिस की टीम तैनात है। गांव में भी शांति है।

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