ग्वालियर। मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला ग्वालियर जिले से सामने आया है, जहां लोकायुक्त की टीम ने देर रात घूस लेते हुए सहायक सचिव को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. सहायक सचिव की शिकायत सरपंच के बेटे ने की थी. लोकायुक्त ने पूरी योजना तैयार की, उसके बाद सहायक सचिव को उसके डबरा स्थित घर में 7 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया.
दरअसल, डबरा जिले की ग्राम पंचायत पुट्टी के सहायक सचिव सचिन पांडे ने स्थानीय सरपंच से पंचायत के निर्माण कार्यों में मास्टर रोल बनाने के एवज में 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. जिस पर सरपंच के बेटे जितेंद्र बोहरा ने 24 दिसंबर को इस मामले की शिकायत लोकायुक्त से की थी. लोकायुक्त टीम ने शिकायत को गंभीरता से लिया.
सरपंच के बेटे जितेंद्र ने पहली किश्त के तौर पर 3 हजार रुपये दिए थे. इसलिए 7,000 रुपये की दूसरी किस्त देने के लिए वह विवेकानंद कॉलोनी स्थित अपने घर पर पैसे देने के लिए सहायक सचिव सचिन पांडेय के पास पहुंचे. आरोपी सचिन पांडेय ने जैसे ही रिश्वत की राशि अपने हाथ में ली, लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया.
लोकायुक्त निरीक्षक ब्रजमोहन नरवरिया के अनुसार आरोपी सहायक सचिव सचिन पांडेय के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. साथ ही आरोपी को निलंबित करने के लिए संबंधित विभाग को पत्र भी लिखा जा रहा है. फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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